सिस्टम की चूक, कोरोना पॉजिटिव को दी छुट्टी
कोरोना संक्रमण को लेकर अभी तक मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : कोरोना संक्रमण को लेकर अभी तक मुस्तैदी से काम कर रहे जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन के बीच गुरुवार की शाम को तालमेल की घोर कमी दिखी, जो एक बड़ी चूक है। जिला अस्पताल प्रशासन ने तीन कोरोना संक्रमितों को जिला कोविड सेंटर से छुट्टी दी गई। ये संक्रमित अपने घर पहुंचे तो स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने विरोध जताया तब जाकर प्रशासन हरकत में आया। जिसके बाद संक्रमित लोगों को
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया। जिलाधिकारी ने कहा कि मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार की देर शाम को कोविड केयर सेंटर उत्तरकाशी से जोशियाड़ा निवासी एक दंपति और मातली निवासी एक युवक को छुट्टी दी गई। दंपति अपने किसी परिचित की कार से जोशियाड़ा पहुंचे और अपने घर गए। जबकि मातली का कोरोना पॉजिटिव युवक भी अपने गांव में पहुंचा। इन्हें देखकर जोशियाड़ा और मातली के ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। मातली के युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट 23 जून को आई थी। जबकि, जोशियाड़ा निवासी दंपति की ट्रू-नेट मशीन पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। साथ ही जांच के लिए सैंपल एम्स ऋषिकेश भेजा हुआ है। कोविड केयर सेंटर से सीधे छुट्टी दिए जाने का मामला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की आपसी तालमेल की स्थिति को दर्शाता है। वह तो ग्रामीणों ने हंगामा नहीं किया होता तो प्रशासन को कोई खबर न होती। ग्रामीणों के हंगामे के बाद प्रशासन हरकत में आया है। फिर कोविड सेंटर से कोरोना संक्रमितों को लेने के लिए एंबुलेंस दौड़ी और उन्हें आइसोलेशन में भर्ती किया। अब प्रशासन की टीम इनकी कांटेक्ट हिस्ट्री तलाश रही है।