बाईपास मार्ग के विरोध में उतरे होटल व्यवसायी
आलवेदर रोड के तहत गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के तेखला पुल स्यूणा सिरोर होते हुए हीना तक बाईपास की योजना है जिसको लेकर सर्वे भी चल रहा है। इस बाईपास के बनने से गंगोरी से नेताला का क्षेत्र आलवेदर रोड से कट जाएगा। होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। इसको लेकर उनकी नेताला में एक बैठक भी हुई। होटल व्यवसायियों ने कहा कि आलवेदर रोड को पुराने राजमार्ग के अनुरूप रखा जाए।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : आलवेदर रोड के तहत गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के तेखला पुल स्यूणा सिरोर होते हुए हीना तक बाईपास की योजना है, जिसको लेकर सर्वे भी चल रहा है। इस बाईपास के बनने से गंगोरी से नेताला का क्षेत्र आलवेदर रोड से कट जाएगा। होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। इसको लेकर उनकी नेताला में एक बैठक भी हुई। होटल व्यवसायियों ने कहा कि आलवेदर रोड को पुराने राजमार्ग के अनुरूप रखा जाए।
उत्तरकाशी से भैरवघाटी तक आलवेदर रोड निर्माण की अनुमति मिलने के बाद सीमा सड़क संगठन ने निर्माण को लेकर सर्वे का कार्य भी शुरू कर दिया है। इसी के तहत तेखला पुल से लेकर स्यूणा, सिरोर हीना तक नेताला बाईपास बनाने की योजना है। भले ही इस बाईपास मार्ग को वैकल्पिक रूप में रखा गया है। बाईपास बनने से तीर्थयात्रियों और बार्डर की ओर जाने व आने वाले सैनिकों को सहूलियत तो मिलेगी। लेकिन, उत्तरकाशी से लेकर नेताला तक करीब 100 होटल व्यवसायियों के व्यवसाय पर असर पड़ेगा। इसी आशंका को लेकर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा के नेतृत्व में होटल व्यवसायियों की नेताला में बैठक हुई। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि तेखला पुल से गंगोरी, गणेशपुर, नेताला, हीना तक मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग को यथावत रखने व सड़क चौड़ीकरण कर डबल लेन बनाए जाने की मांग की। होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि किसी बाईपास को बनाने से पहले वर्तमान राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य की आम जनता से जनसुनवाई किया जाना जरूरी है। बाईपास सड़क बनाने से पहले सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित हाई पावर कमेटी की निगरानी में ही पर्यावरणीय व सामाजिक हितों के अनुकूल में ही वर्तमान राष्ट्रीय राजमार्ग का सड़क चौड़ीकरण कार्य किया जाना है। बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह मटूड़ा ने कहा कि अगर वर्तमान सड़क को ही तेखला से गंगोरी गणेशपुर नेताला हीना तक चौड़ीकरण नहीं किया जाएगा तो वे सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाएंगे। इस अवसर पर हाई पावर कमेटी के सदस्य हेमंत ध्यानी, अशोक सेमवाल, राजेंद्र पंवार, बिंदेश कुड़ियाल, अजय पुरी, विशेष जगूड़ी, विमल राणा, दीपेंद्र पंवार, धीरज सेमवाल, महावीर राणा, विमलकांत आदि मौजूद रहे