चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के खिलाफ शुक्रवार को भी किया क्रमिक अनशन
चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का क्रमिक अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा।
उत्तरकाशी, जेएनएन। चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का क्रमिक अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा।
गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा और गंगोत्री में तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार और गंगोत्री विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि जब तक सरकार चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद्द नहीं करती है, तब तक तीर्थ पुरोहितों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2019 में सरकार ने श्राइन बोर्ड की तर्ज पर चारधाम देव स्थानम बोर्ड बनाने का निर्णय लिया। जिसके बाद इस विधेयक लाकर इसका गठन किया गया। लेकिन, लगातार तीर्थ पुरोहित इसका विरोध कर रहे हैं। बीते गुरुवार से गंगोत्री और मुखवा में तीर्थ पुरोहितों ने क्रमिक अनशन शुरू किया। गंगोत्री धाम में क्रमिक अनशन करते हुए तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि वे अनादि काल से चार धामों में पूजा अर्चना का कार्य कर रहे हैं, जो उनके हकहकूक हैं। लेकिन, प्रदेश सरकार ने उनके इन हक-हकूकों की अनदेखी कर उस जन विरोधी कानून को बिना उनके सहमति के पारित कर दिया।
प्रदेश सरकार के देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने तीर्थपुरोहितों को आंदोलन करने के लिए विवश कर दिया है। जब तक सरकार देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद नहीं करती है तब तक तीर्थपुरोहितों का आंदोलन जारी रहेगा। गंगोत्री धाम में क्रमिक अनशन करने वालों में गंगोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अरुण सेमवाल, संजीव सेमवाल, प्रेमबल्लभ सेमवाल, गोवर्धन सेमवाल, अनुज सेमवाल, सुनील सेमवाल आदि थे।
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वहीं, दूसरी ओर गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा में भी तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही क्रमिक अनशन भी शुरू किया। क्रमिक अनशन करने वालों में सुधांशु सेमवाल, राकेश सेमवाल, विष्णु सेमवाल, कामेश्वर सेमवाल, द्वारिका प्रसाद सेमवाल, दिनेश सेमवाल, जीवानंद सेमवाल आदि मौजूद थे।
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