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रवांई और बंगाड़ घाटी को रेल और ऑलवेदर से जोड़ने की मांग

यमुनाघाटी के नैनबाग-डामटा व नौगांव पुरोला हिमाचल सीमा आराकोट तक भारत सरकार की चारधाम परियोजना के अंतर्गत आलवेदर रोड व रेलवे लाइन से जोड़ने की मांग को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 04:05 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 04:05 PM (IST)
रवांई और बंगाड़ घाटी को रेल और ऑलवेदर से जोड़ने की मांग
रवांई और बंगाड़ घाटी को रेल और ऑलवेदर से जोड़ने की मांग

संवाद सूत्र, पुरोला : यमुनाघाटी के नैनबाग-डामटा व नौगांव, पुरोला हिमाचल सीमा आराकोट तक भारत सरकार की चारधाम परियोजना के अंतर्गत ऑलवेदर रोड व रेलवे लाइन से जोड़ने की मांग को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रेल व सड़क मंत्रालय भारत सरकार को ज्ञापन भेजा है।

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जिलाधिकारी के माध्यम से भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि घाटी क्षेत्र को रेलवे लाइन व ऑलवेदर परियोजना में सम्मिलित न कर क्षेत्रीय जनता के साथ नाइंसाफी की गई है, जबकि धार्मिक मान्यता के अनुसार सर्वप्रथम लोग यमुनोत्री धाम के दर्शन को ही आते हैं उसके बाद ही गंगोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ के दर्शन होते है। इसके लिए रेलवे लाइन को देहरादून-विकासनगर से नैनबाग डामटा, नौगांव बड़कोट होते हुए यमुनोत्री तक होना चाहिए। दूसरी ओर क्षेत्र के पुरोला-मोरी-आराकोट-बंगाण जो हिमाचल सीमा से लगा क्षेत्र है। इसलिए ऑलवेदर रोड व रेलवेलाइन से जोड़ना अति आवश्यक है। ज्ञापन में कहा गया है कि पुरोला रामा-कमल सिरांई-खरसाडी पट्टी बंगाण क्षेत्र लाल चावल खेती, टमाटर मटर व सेब, आलू व राजमा जैसी नगदी फसल के लिए प्रसिद्ध है। इसके साथ कई पर्यटक स्थल भी इस क्षेत्र में हैं। ज्ञापन देने वालों में मनमोहन चौहान, किशोर राणा, रमेश सिंह रावत, गंगा सिंह, बलदेव सिंह, गोविद सिंह, राजेंद्र सिंह, राजपाल पंवार, किसन सिंह शामिल रहे।


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