मुखवा और गंगोत्री में तीर्थ पुरोहितों ने किया प्रदर्शन
चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का क्रमिक अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का क्रमिक अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को दोहराया।
गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा और गंगोत्री में तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार और गंगोत्री विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि जब तक सरकार चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद नहीं करती, तीर्थ पुरोहितों का धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2019 में वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर चारधाम देवस्थानम बोर्ड बनाने का निर्णय लिया था। जिसके बाद विधेयक लाकर बोर्ड का गठन किया गया। हालांकि तीर्थ पुरोहित लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। बीती गुरुवार से गंगोत्री और मुखवा में तीर्थ पुरोहितों ने क्रमिक अनशन शुरू किया। गंगोत्री धाम में क्रमिक अनशन पर बैठे तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि वे अनादि काल से चारधामों में पूजा अर्चना का कर रहे हैं, जो उनके हक हकूक हैं। लेकिन, प्रदेश सरकार ने उनके इन हक हकूकों की अनदेखी कर जन विरोधी कानून बिना उनकी सहमति पारित कर दिया। कहा कि सरकार ने तीर्थ पुरोहितों को आंदोलन के लिए विवश कर दिया है। गंगोत्री धाम में क्रमिक अनशन करने वालों में गंगोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अरुण सेमवाल, संजीव सेमवाल, प्रेमबल्लभ सेमवाल, गोवर्धन सेमवाल, अनुज सेमवाल, सुनील सेमवाल आदि मौजूद रहे। वहीं गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा में भी तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही क्रमिक अनशन भी शुरू किया। क्रमिक अनशन करने वालों में सुधांशु सेमवाल, राकेश सेमवाल, विष्णु सेमवाल, कामेश्वर सेमवाल, द्वारिका प्रसाद सेमवाल, दिनेश सेमवाल, जीवानंद सेमवाल आदि मौजूद थे।