उत्तरकाशी में गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने किया प्रदर्शन
प्रदेश सरकार की ओर से वैष्णो देवी और तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन के प्रस्ताव का तीर्थ पुरोहितों ने विरोध तेज कर दिया है। उत्तरकाशी में गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: प्रदेश सरकार की ओर से वैष्णो देवी और तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन के प्रस्ताव का तीर्थ पुरोहितों ने विरोध तेज कर दिया है। उत्तरकाशी में गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की।
उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री धर्मशाला में गंगोत्री के तीर्थ पुरोहित एकत्र हुए। यहां गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ नारेबाजी की। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि श्राइन बोर्ड के गठन के प्रस्ताव को लेकर पुरोहितों को अंधेरे में रखा गया। गंगोत्री मंदिर समिति के सह सचिव राजेश सेमवाल ने कहा कि चारधाम को किसी भी हाल में श्राइन बोर्ड में नहीं आने दिया जाएगा। श्राइन बोर्ड के गठन से तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूक खत्म हो रहे हैं। इस पर सरकार अपनी मनमानी कर रही है। उन्होंने सरकार पर तीर्थ पुरोहितों से झूठ बोलने का आरोप लगाया। कहा कि यह आंदोलन अब धाम से लेकर विधानसभा तक चलेगा। प्रदर्शन करने वालों में अरुण कुमार सेमवाल, अशोक सेमवाल, रमेश सेमवाल, प्रकाश सेमवाल, दीपक सेमवाल, कमल नयन सेमवाल, हरदीप सेमवाल आदि मौजूद थे।
फोटो-8....खुशीमठ यमुना मंदिर परिसर में किया प्रदर्शन
संवाद सूत्र, बड़कोट: सरकार की ओर से चारधाम क्षेत्र के मंदिरों को श्राइन बोर्ड के अंतर्गत लाने के प्रस्ताव को लेकर यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित एवं पंच पंडा समिति ने कड़ा विरोध जताया है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि उन्हें बिना विश्वास में लिए और बिना उनकी सहमति लिए श्राइन बोर्ड के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी दिए जाने से तीर्थ पुरोहित आहत हैं। पंच पंडा समिति एवं यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खुशीमठ मंदिर प्रांगण में एकत्रित होकर सरकार के इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि वह विकास के विरोधी नहीं हैं। लेकिन, विकास के नाम पर तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। अपने हक-हकूकों को लेकर उन्हें मजबूर होकर आंदोलन एवं आमरण अनशन करने को बाध्य होना पड़ेगा। मंदिर परिसर में तीर्थ पुरोहितों एवं पंच पंडा समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने इस एक्ट के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। इस मौके पर यमुनोत्री मंदिर समिति के प्रवक्ता बागेश्वर उनियाल, पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल, गजेंद्र उनियाल, सुभाष उनियाल, मदन उनियाल, सुनील उनियाल, रमेश उनियाल आदि उपस्थित थे।