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तीर्थपुरोहितों ने भरी सरकार के खिलाफ हुंकार

चार धामों को श्राइन बोर्ड के अधीन करने के फैसले के विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तरकाशी में तीर्थ पुरोहितों ने सोमवार को जहां श्राइन बोर्ड एक्ट वापस लेने की मांग को लेकर रैली निकाली वहीं कर्णप्रयाग तहसील में बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत ने धरना देकर विरोध दर्ज कराया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 05:27 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 05:27 PM (IST)
तीर्थपुरोहितों ने भरी सरकार के खिलाफ हुंकार
तीर्थपुरोहितों ने भरी सरकार के खिलाफ हुंकार

जागरण टीम, गढ़वाल: चार धामों को श्राइन बोर्ड के अधीन करने के फैसले के विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तरकाशी में तीर्थ पुरोहितों ने सोमवार को जहां श्राइन बोर्ड एक्ट वापस लेने की मांग को लेकर रैली निकाली, वहीं कर्णप्रयाग तहसील में बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत ने धरना देकर विरोध दर्ज कराया। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर फैसला वापस न लेने पर उग्र आंदोलन की घोषणा की।

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सोमवार को गंगोत्री व यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहित अपने परिवारजनों के साथ उत्तरकाशी में बस अड्डे पर एकत्र हुए, जहां से नारेबाजी करते हुए तीर्थ पुरोहित कलक्ट्रेट पहुंचे। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों का हाथ सदैव आशीर्वाद के लिए उठता था, लेकिन, आज प्रदेश सरकार के श्राइन बोर्ड एक्ट ने तीर्थपुरोहितों को सड़क पर आने के लिए विवश कर दिया है। जब तक सरकार श्राइन बोर्ड एक्ट को वापस नहीं लेती है, तब तक चारों धामों के तीर्थपुरोहितों का आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान व्यापार मंडल, लघु व्यापार मंडल, उत्तराखंड क्रांति दल और कांग्रेस संगठन व अन्य संगठन भी तीर्थपुरोहितों को समर्थन देकर रैली में शामिल हुए।

इस मौके पर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत, उक्रांद संयोजक विष्णुपाल रावत, अंकित उप्पल, तस्दीक खान, गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल, सह सचिव राजेश सेमवाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के सदस्य गिरीश उनियाल, अरुण सेमवाल, भागेश्वर प्रसाद सेमवाल, चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल आदि शामिल थे।

उधर, चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन के विरोध में कर्णप्रयाग में बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत ने तहसील परिसर में धरना दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि चारधाम पुजारियों के हक-हकूक व तीर्थपुरोहितों से बिना रायशुमारी के सरकार जगदगुरु शंकराचार्य की परंपराओं के खिलाफ श्राइन बोर्ड का गठन कर रही है, जो गलत है। एसडीएम को ज्ञापन देने वालों में बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत सचिव राजेंद्र डिमरी, तारेंद्र कुमार, प्रकाश डिमरी, अशोक डिमरी, जगदंबा प्रसाद, मनोज डिमरी, संदीप, गिरीश चंद्र डिमरी, संतोष डिमरी आदि शामिल हैं।


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