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Coronavirus: गर्भ में पल रही जिंदगी, मां ने कोरोना को दी मात Uttarkashi News

मां के गर्भ में जिंदगी सांस ले रही थी। ऐसे में मां-बाप को कोरोना के संक्रमण ने घेर लिया। मुश्किल वक्त में मां ने अपनी हिम्मत से कोरोना को मात दे दी।

By Edited By: Published: Sun, 14 Jun 2020 10:11 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 11:39 AM (IST)
Coronavirus: गर्भ में पल रही जिंदगी, मां ने कोरोना को दी मात Uttarkashi News
Coronavirus: गर्भ में पल रही जिंदगी, मां ने कोरोना को दी मात Uttarkashi News

उत्तरकाशी, जेएनएन। मां के गर्भ में जिंदगी सांस ले रही थी। ऐसे में मां-बाप को कोरोना के संक्रमण ने घेर लिया। मुश्किल वक्त में मां ने अपनी हिम्मत से कोरोना को मात दे दी। मुंबई से उत्तरकाशी आई कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला को स्वस्थ होने के बाद घर भेज दिया गया। महिला को कोविड-19 केयर सेंटर में आइसोलेट किया गया था।

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जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने पत्रकार वार्ता में गर्भवती महिला के स्वस्थ होने की जानकारी दी। 18 मई को महिला अपने पति के साथ मुंबई से उत्तरकाशी आई थी। पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर छह माह की गर्भवती महिला की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। 

उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी में कोरोना एक्टिव केस दस हैं, जबकि अब तक कुल 33 केस सामने आ चुके हैं। जिले में रिकवरी रेट अच्छा है। कहा कि डुंडा ब्लॉक के धनारी गांव में रेंडम सैंपिलिंग की गई। जिसमें सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 

ऐहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने सभी संवेदनशील गांवों में निगरानी रखी है। कोटद्वार में क्वारंटाइन होने के बाद जो युवक उत्तरकाशी पहुंचा था, उसकी रिपोर्ट यहां पॉजिटिव आई है। उसके संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जा रहा है। वहीं देहरादून में क्वारंटाइन के दौरान युवक की मौत होने के मामले के बाद सीमांत जनपद में भी प्रशासन अलर्ट हो गया है। 

जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कहा कि कोरोना से मौत के मामलों में रिपोर्ट शासन को भेजनी होगी। इसलिए सभी ग्राम स्तरीय समिति और सभी क्वारंटाइन सेंटर के नोडल अधिकारियों को खास दिशा-निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की कोताही बरतने पर सख्त कार्रवाई होगी।

बच्चों को मास्क पहनाकर पढ़ा रहे हैं शिक्षक

स्कूल बंद होने पर बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल तो रही है, लेकिन इंटरनेट नेटवर्क न होने से होमवर्क नहीं हो पा रहा है। इस समस्या का समाधान करने के लिए पेशे से शिक्षक बड़कोट तहसील के पौल गांव निवासी अनिल जगूड़ी और उनकी पत्नी नीलम जगूड़ी ने अनूठी पहल की है। 

ग्राम प्रधान उर्मिला भट्ट के सहयोग से गांव में ही बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा देने का इंतजाम किया। कोरोना संक्रमण चलते बच्चों को शारीरिक दूरी बनाकर व उन्हें मास्क पहनाकर पढ़ाया जा रहा है। शिक्षक अनिल बच्चों को गणित, विज्ञान पढ़ा रहे हैं। उनकी पत्नी नीलम जगूड़ी भी उनका साथ दे रही हैं।

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गांव के सिद्धि भट्ट का कहना कि अभिभावकों की सहमति से ग्राम प्रधान की मॉनीटिरिंग के बीच इन बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक अनिल जगूड़ी द्वारा आठ से दस के ग्रुप में अलग-अलग पालियों में शारीरिक दूरी के साथ पढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने इस कार्य के लिए शिक्षक व उनकी पत्नी का आभार भी व्यक्त किया है।

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