Move to Jagran APP

गंगोत्री धाम की प्रसाद योजना में ड्राइंग और भूमि का अड़ंगा

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री धाम में प्रसाद योजना का सिविल कार्य शुरू होने में समय लगना तय

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jun 2022 11:04 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jun 2022 11:04 PM (IST)
गंगोत्री धाम की प्रसाद योजना में ड्राइंग और भूमि का अड़ंगा
गंगोत्री धाम की प्रसाद योजना में ड्राइंग और भूमि का अड़ंगा

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री धाम में प्रसाद योजना का सिविल कार्य शुरू होने में समय लगना तय है। विभागों और कार्य के लिए अनुबंधित निर्माण कंपनी के बीच आपसी समन्वय की कमी भी दिख रही है। गंगोत्री में नई ड्राइंग के अनुरूप संबंधित लोकेशन पर पर्याप्त भूमि उपलब्ध न होने से ठेकेदार काम शुरू करने को तैयार नहीं है। वहीं अनुबंधित कंपनी को ब्रिज रोपवे टनल एंड अदर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन आफ उत्तराखंड लि. (ब्रिडकुल) ने नोटिस जारी किया है। साथ ही एक सप्ताह के अंतराल में कार्य शुरू करने के लिए कहा है।

loksabha election banner

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी प्रसाद योजना के तहत गंगोत्री धाम में 17 करोड़ की लागत से मंदिर की लाइटिग, बाढ़ अलार्म सिस्टम, आधुनिक यात्री सुविधा केंद्र सहित कई निर्माण किए जाने हैं। ब्रिडकुल ने गंगोत्री धाम में लाइटिग का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन, अभी सिविल कार्य शुरू नहीं किए गए हैं। इसमें सबसे बड़ा कार्य यात्री सुविधा केंद्र है। यह निर्माण नगर पंचायत की पार्किंग के निकट होना है। सात करोड़ की लागत से होने वाले इस कार्य के लिए निविदा दिसंबर 2021 में हो गई थी। पहले यात्री सुविधा केंद्र वीआइपी पार्किंग के पास तय किया था। ब्रिडकुल ने इसकी ड्राइंग तैयार तथा अप्रैल में अनुबंधित कंपनी को दी। इसको लेकर तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया। इसके बाद फिर जून में नई ड्राइंग बनाई गई। यह ड्राइंग गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतिम छोर पर नगर पंचायत की पार्किंग के निकट बनाई गई, लेकिन अनुबंधित कंपनी के साइड इंचार्ज अजय सिंह पटेल ने कहा कि नई ड्राइंग के अनुरूप 48 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा यात्री सुविधा केंद्र भवन बनना है। जब निर्माण होगा तो वन विभाग की कुछ भूमि और देवदार के पेड़ भी जद में आ रहे हैं। इसकी अनुमति उनके पास नहीं है।

वहीं जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि जो पर्यटन विभाग की भूमि थी उस पर निर्माण संबंधित अनुमति पत्र दे दिया है। वन भूमि के मामले में उन्हें जानकारी नहीं है। ब्रिडकुल के जीएम सुरेश उनियाल ने बताया कि गंगोत्री में प्रसाद योजना के सिविल कार्य के लिए दो बार ड्राइंग बदलनी पड़ी है। ब्रिडकुल का कार्य निर्माण करवाना है। इसलिए निर्माण कंपनी को नोटिस दिया है, लेकिन ड्राइंग के अनुरूप भूमि उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.