पीजी कॉलेज उत्तरकाशी का रहा है स्वर्णिम इतिहास
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी रामचंद्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी मे
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : रामचंद्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में महाविद्यालय के उन्नयन एवं नवाचार विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें उच्च शिक्षा और महाविद्यालय में समय-समय पर होने वाले सुधार, नवाचार और प्रगति पर चर्चा हुई।
गुरुवार को आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि दुग्ध एवं सहकारी संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र नौटियाल ने कहा कि पीजी कॉलेज उत्तरकाशी का एक स्वर्णिम इतिहास है। यहां से पढ़कर कई छात्र-छात्राएं उच्च पदों पर तैनात हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि महाविद्यालय को पूर्व छात्रों का सम्मेलन कराना चाहिए। महाविद्यालय के उन्नयन में उनके विचार भी शामिल किए जाने चाहिए। इस मौके पर प्राचार्य प्रोफेसर हर्षवंती बिष्ट ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग ने महाविद्यालय को विशिष्ट श्रेणी में रखा है। इसी कारण राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत महाविद्यालय को चार करोड़ की निधि मिली। विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा सहायक निदेशक डॉ. डीसी गोस्वामी ने कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार और शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के लिए केंद्र व राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। डॉ. विश्वनाथ राणा ने कहा कि अब नई शिक्षा नीति बन गई है। जिसमें शिक्षकों का भी हर पांच साल में एक मूल्यांकन होना है। इस मौके पर संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. डीडी पैन्यूली, डॉ. रुचि कुलश्रेष्ठ, अभिभावक शिक्षक संघ अध्यक्ष मनवीर गौतम, डॉ. आकाश मिश्रा, डॉ. दिवाकर बौद्ध आदि मौजूद रहे।