पृथक जनपद निर्माण को जनचेतना यात्रा शुरू
संवाद सूत्र बड़कोट जनपद संघर्ष समिति के तत्वाधान में मंगलवार को यमुनोत्री से ढोल नगाड़ों के स
संवाद सूत्र बड़कोट: जनपद संघर्ष समिति के तत्वाधान में मंगलवार को यमुनोत्री से ढोल नगाड़ों के साथ जन चेतना यात्रा शुरू हुई है। चेतना यात्रा यमुनोत्री धाम से शुरू हुई जो डीडीहाट तक जाएगी। 12 नवंबर से 17 तक चलने वाले इस जनचेतना अभियान के तहत संघर्ष समिति क्षेत्र के लोगों को जागरूक करेगी और पृथक जनपद निर्माण के लिए लोगों से आगे आने का आह्वान किया जाएगा।
उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने 15 अगस्त 2011 प्रदेश में चार नए पृथक जिलों के निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन लंबा समय बीतने पर पर यह जिले अपने अस्तित्व में नहीं आ पाए हैं। लोग लगातार इन जिलों को अस्तित्व में लाने की लगातार प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की जा रही है। संघर्ष समिति चेतना अभियान के माध्यम से पूर्व में घोषित चार जनपदों में यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत व डीडीहाट को अस्तित्व में लाने की मांग के लिए इन चारों पूर्व में घोषित पृथक जनपदों के सभी लोगों को साथ लेकर वृहद स्तर पर आंदोलन चलाने की तैयारी में हैं।
संयुक्त घोषित जनपद संघर्ष समिति के अध्यक्ष अव्वल चंद कुमाईं ने बताया है कि इस बार जन जागरण के लिए चेतना अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान की शुरुआत आज ढ़ोल नगाड़ों के साथ भव्यरूप से यहां यमुनोत्री से शुरू होकर कोटद्वार, रानीखेत होते हुए 17 को यात्रा डीडीहाट पहुंचेगी तथा 18 नवंबर को देहरादून में मुख्यमंत्री से मिलकर इन जिलों की अलग करने की बात रखी जाएगी। जन चेतना अभियान यात्रा में विशालमणि रतूड़ी, रामानंद डबराल, भरत सिंह चौहान, गुलाब सिंह जयाड़ा, नरोत्तम रतूड़ी, फकीर लाल, बलबीर , शुरवीर सिंह राणा, सुरेंद्र पुजारी, सुरपाल सिंह चौहान, मोहन दास, भगदास, राजेश आदि शामिल हैं।