चार की जगह महज दो ट्रेड हो रहे संचालित
संवाद सूत्र चिन्यालीसौड़ राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) धरासू महज दिखावे का बन
संवाद सूत्र, चिन्यालीसौड़ : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) धरासू महज दिखावे का बनकर रह गया है। संस्थान में चार ट्रेड स्वीकृत हैं इनमें महज दो ट्रेड ही संचालित हो पा रहे हैं। इनमें कुल 39 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। आइटीआइ में अनुदेशक नहीं होने से छात्र-छात्राएं इच्छुक ट्रेड में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। इच्छुक ट्रेड में प्रवेश लेने के लिए छात्र-छात्राओं को दूसरी अन्य जगहों पर जाना पड़ रहा है।
वर्ष 2015-16 में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चिन्यालीसौड़ में स्विंग टेक्नोलॉजी, मोटर मैकेनिक, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं असिस्टेंट प्रोग्रामिग के चार ट्रेड संचालित हुए थे। आलम यह है कि वर्ष 2017-19 में मोटर मैकेनिक ट्रेड में प्रथम वर्ष में 11, द्वितीय वर्ष में 14 और स्विग टेक्नोलॉजी ट्रेड में 14 छात्राएं हैं। शेष दो ट्रेडों में छात्रों की संख्या रिक्त है। इसका कारण इन ट्रेडों में अनुदेशकों की नियुक्ति न होने से है।
सामाजिक कार्यकर्ता उमेद सिंह बिष्ट ने बताया कि ब्लॉक के 81 ग्राम सभाओं में एक दर्जन से अधिक इंटरमीडिएट और दो दर्जन से अधिक हाईस्कूल उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं हैं। उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं आइटीआइ में प्रवेश लेने के इच्छुक तो हैं, लेकिन उन्हें उनके मुताबिक ट्रेड नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते वह दूसरे स्थानों पर प्रवेश लेने को मजबूर हैं। स्थानीय छज्ञत्र-छात्राओं को संस्थान का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं आइटीआइ प्रभारी रवींद्र सिंह राणा ने बताया कि आइटीआइ में उपनल के माध्यम से अनुदेशक नियुक्त थे, लेकिन उपनल से बंद होने के कारण संस्थान में अनुदेशकों के पद खाली हैं। शासन से भर्ती प्रक्रिया के आधार पर ही रिक्त पड़े अनुदेशकों के पद भरे जाएंगे। उन्होंने बताया कि जंगल से सटे, एकांत स्थान और दूर होने के कारण संस्थान में छात्रों की संख्या नहीं बढ़ रही है।