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गंगोत्री-यमुनोत्री में पूजाओं की ऑनलाइन बुकिंग नहीं

बदरी-केदार में भले ही ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पूजा की व्यवस्था की है वहीं गंगोत्री यमुनोत्री में ऐसा कुछ नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 10:38 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2020 06:15 AM (IST)
गंगोत्री-यमुनोत्री में पूजाओं की ऑनलाइन बुकिंग नहीं
गंगोत्री-यमुनोत्री में पूजाओं की ऑनलाइन बुकिंग नहीं

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: बदरी-केदार में भले ही ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर श्रद्धालुओं के नाम से रोजाना पूजाएं हो रही हों, लेकिन गंगोत्री-यमुनोत्री में अभी तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है। जबकि, कपाट खुलने के मौके पर गंगोत्री में ऑनलाइन पूजाएं शुरू करने का दावा किया गया था। गंगोत्री में अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत चार लोगों के नाम से और यमुनोत्री में सिर्फ प्रधानमंत्री के नाम से ही पूजा हो पाई है।

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गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 26 अप्रैल को खोले गए थे। इसके बाद से इन दोनों धाम में सिर्फ तीर्थ पुरोहित नियमित पूजा कर रहे हैं। वही मां गंगा और यमुनाजी को भोग भी लगा रहे हैं। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि धाम में अभी तक प्रधानमंत्री के अलावा राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी व सुब्रमण्यम स्वामी और एक अन्य श्रद्धालु की ओर से पूजा कराई गई। बाकी किसी भी श्रद्धालु ने धाम में पूजाओं के लिए ऑनलाइन बुकिंग नहीं करवाई है।

यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री में सिर्फ कपाट खुलने के मौके पर प्रधानमंत्री के नाम से पूजा हुई थी। इसके बाद से किसी भी भक्त ने धाम में पूजा नहीं करवाई। बताया कि धाम में मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत होने के कारण भी श्रद्धालु पूजाओं के लिए ऑनलाइन बुकिंग नहीं करवा पा रहे। इसलिए फिलहाल तीर्थ पुरोहित ही धाम में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।


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