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नई शिक्षा नीति में शोध कार्यो पर अधिक जोर

उत्तरकाशी ब्रह्मखाल स्थित राजकीय महाविद्यालय में नवाचार एवं उन्नयन विषय पर संगोष्ठी हुई। संगोष्

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 06:44 PM (IST)Updated: Fri, 29 Nov 2019 06:16 AM (IST)
नई शिक्षा नीति में शोध कार्यो पर अधिक जोर
नई शिक्षा नीति में शोध कार्यो पर अधिक जोर

उत्तरकाशी : ब्रह्मखाल स्थित राजकीय महाविद्यालय में नवाचार एवं उन्नयन विषय पर संगोष्ठी हुई। संगोष्ठी में उच्च शिक्षा एवं महाविद्यालय में समय-समय पर होने वाले सुधार व नवाचार और प्रगति पर चर्चा की गई।

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महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. छिरिग डोलकर (खाम्पा) ने कहा कि कि उच्च शिक्षा में सुधार के लिए केंद्र व राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जिससे शिक्षा रोजगार से भी जुड़ सके। इसके अलावा नई शिक्षा नीति में शोध कार्यों पर अधिक ध्यान दिया गया है तथा छात्रों की जिज्ञासा एवं भविष्य को देखते हुए पाठयक्रम तैयार होगा। संगोष्ठी में पॉलीथिन का प्रयोग न करने, बालिका शिक्षा को लेकर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, यातायात के नियम के अलावा स्वास्थ्य विषय पर भी चर्चा हुई। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य शशि कुमाईं ने कहा कि घरों में ग्रामीणों को कूड़ा प्रबंधन के लिए जैविक और अजैविक अलग-अलग रखना चाहिए। यह पहल ब्रह्मखाल बाजार से भी शुरू होनी चाहिए। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.मनवीर भंडारी, डॉ. सुमन प्रकाश, सुरेशचंद रमोला, डॉ. राजीव नौटियाल, डॉ. कपिल सेमवाल, जयदेव उनियाल, विपिन, अजय नेगी, अनिल कुमार, पूरण कुमार राकेश चौधरी आदि मौजूद थे।


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