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भारत की गणितीय परंपरा को सर्वश्रेष्ठ स्थान : खरोला

जागरण संवाददाता उत्तरकाशी विश्व में जहां भी संख्याओं पर आधारित खोजों एवं विकास की बात होती

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 07:03 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 06:16 AM (IST)
भारत की गणितीय परंपरा  को सर्वश्रेष्ठ स्थान : खरोला
भारत की गणितीय परंपरा को सर्वश्रेष्ठ स्थान : खरोला

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : विश्व में जहां भी संख्याओं पर आधारित खोजों एवं विकास की बात होती है, तो भारत की गणितीय परंपरा को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया जाता है। भारत में शून्य एवं दशमलव जैसी बुनियादी गणितीय खोजें हुई हैं। यह बात राइंका भंकोली में आयोजित कार्यक्रम में गणित के सेवानिवृत्त शिक्षक शूरवीर सिंह खरोला ने बतौर मुख्य अतिथि कही।

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रविवार को यूकोस्ट एवं राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से अस्सी गंगा घाटी के दूरस्थ विद्यालय राइंका भंकोली में गणित दिवस उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक शूरवीर सिंह खरोला ने अपनी ओर से निर्मित सामग्री से गणित के सिद्धांतों पर आधारित गणनाओं को सरलता से छात्रों के सम्मुख प्रस्तुत कर गणित के प्रति रोचकता पैदा की। यूकोस्ट के जनपदीय गणित एवं विज्ञान समन्वयक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने छात्र-छात्रों को जानकारी दी कि विज्ञान के जिन सिद्धांतों के आधार पर खड़े होकर हम तरक्की का दंभ भरते हैं, वह गणित के बिना बिल्कुल संभव नहीं थीं। ऐसे में आज अगर हम भारतीय गणितज्ञों के कार्य और उनके योगदान को याद करते हैं और भारत भूमि से उनके जुड़ाव का उत्सव मनाते हैं तो यह गौरव की बात है। इस अवसर पर जनपदीय गणित उत्सव समिति के सदस्य अजय प्रकाश सेमवाल, भागेंद्र सिंह नेगी, जफर, अमेंद्र सिंह असवाल तथा कार्यक्रम स्थल के संयोजक व प्रधानाचार्य कामदेव सिंह पंवार, धीरज नौटियाल, जगमोहन नौटियाल सहित विद्यालय के शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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