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प्रशासन के लिए चुनौती साबित होंगे भूस्खलन जोन

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी सामान्य स्थिति है। लेकिन मानसून सीजन सिर पर है और जिला प्रशासन की सूची में 34 भूस्खलन जोन हैं जिनकी हल्की वर्षा होने पर सक्रिय होने की आशंका है। ऐसे में ये भूस्खलन जोन प्रशासन के सामने चुनौतियों का पहाड़ खड़ा कर देंगे। दूसरी ओर इससे निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी अभी आधा-अधूरी लग रही है जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीयजनों की मुश्किलें और अधिक बढ़ सकती हैं। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा और चिन्यालीसौड़ के बीच रमोलगांव धार के पास सबसे बड़ा भूस्खलन का डेंजर जोन है। लेकिन इस डेंजर जोन को लेकर न तो टिहरी जिला प्रशासन संजीदा है और न उत्तरकाशी प्रशासन।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jun 2022 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jun 2022 03:00 AM (IST)
प्रशासन के लिए चुनौती साबित होंगे भूस्खलन जोन
प्रशासन के लिए चुनौती साबित होंगे भूस्खलन जोन

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी सामान्य स्थिति है। लेकिन, मानसून सीजन सिर पर है और जिला प्रशासन की सूची में 34 भूस्खलन जोन हैं, जिनकी हल्की वर्षा होने पर सक्रिय होने की आशंका है। ऐसे में ये भूस्खलन जोन प्रशासन के सामने चुनौतियों का पहाड़ खड़ा कर देंगे। दूसरी ओर, इससे निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी अभी आधा-अधूरी लग रही है, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीयजनों की मुश्किलें और अधिक बढ़ सकती हैं।

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गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा और चिन्यालीसौड़ के बीच रमोलगांव धार के पास सबसे बड़ा भूस्खलन का डेंजर जोन है। लेकिन इस डेंजर जोन को लेकर न तो टिहरी जिला प्रशासन संजीदा है और न उत्तरकाशी प्रशासन। अगर यात्रा के बीच मानसून सीजन पर यह डेंजर जोन सक्रिय होता तो गंगोत्री और यमुनोत्री आने वाले यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ेगी। साथ ही उत्तरकाशी जनपद में यात्रा से जुड़े व्यवसायियों को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चिन्यालीसौड़ से लेकर गंगोत्री के बीच अति संवेदनशील भूस्खलन जोन की संख्या 11 है, जिनमें पुराना धरासू थाना, धरासू बैंड, बंदरकोट, नेताला, ओंगी, भाटूकासौड, मल्ला, स्वारीगाड़, हेल्गूगाड़, सुक्की टाप प्रमुख हैं, जबकि संवेदनशील भूस्खलन जोन में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर 34 हैं।

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भूस्खलन के लिहाज से अति संवेदनशील क्षेत्र

गंगोत्री राष्ट्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग-पुराना धरासू थाना, धरासू बैंड, बंदरकोट, नेताला, ओंगी, भाटूकासौड, मल्ला, स्वारीगाड़, हेल्गूगाड़, डीएम स्लाइड, डबराणी, सुक्की शामिल है।

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जरूरी सुझाव

-पुराना धरासू और धरासू बैंड के भूस्खलन जोन के निकट धरासू बैंड और चिन्यालीसौड़ कस्बे हैं। मार्ग बाधित होने की स्थिति में यहां रुक सकते हैं।

-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन जोन के निकट प्रशासन और पुलिस की ओर से चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। ऐसे स्थानों पर सावधानी से चले।

-भूस्खलन होने तथा सड़क बाधित होने की स्थिति में निकटवर्ती कस्बों में सुरक्षित स्थानों पर ठहरे। पुलिस और प्रशासन के निर्देश के बाद ही आगे की यात्रा करें।

- धरासू बैंड, हेल्गू गाड़, गंगनानी से डबराणी और सुक्की टॉप के भूस्खलन जोन को पार करते समय सतर्कता बरतें। पहाड़ी से भूस्खलन के साथ पत्थर गिरने का खतरा लगातार बना रहता है।

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गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मानसून सीजन में भूस्खलन जोन के पास बीआरओ ने जेसीबी, लोडर व पोकलेन मशीनें तैनात की हुई है। पूर्व के वर्षों की तरह मानसून सीजन की व्यवस्था को सक्रिय कर दिया गया है।

-देवेंद्र पटवाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी


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