Move to Jagran APP

उत्‍तरकाशी के चांगथांग में गंगोत्री हाईवे को बीआरओ ने किया सुचारू, हिमखंड टूटने से हुआ था अवरुद्ध

उत्‍तरकाशी में बीते दिनों ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के कारण फिर से चांगथांग हिमखंड सक्रिया हो गया। हिमखंड का भारी हिस्सा हाईवे तक पहुंचा। हालांकि हाईवे अब सुचारू है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2020 02:46 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 10:29 PM (IST)
उत्‍तरकाशी के चांगथांग में गंगोत्री हाईवे को बीआरओ ने किया सुचारू, हिमखंड टूटने से हुआ था अवरुद्ध
उत्‍तरकाशी के चांगथांग में गंगोत्री हाईवे को बीआरओ ने किया सुचारू, हिमखंड टूटने से हुआ था अवरुद्ध

उत्तरकाशी, जेएनएन। बीते दिनों ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के कारण फिर से चांगथांग हिमखंड सक्रिय हो गया। हिमखंड का भारी हिस्सा बीते मंगलवार की शाम को गंगोत्री हाईवे तक पहुंचा। फिर बुधवार को भी भारी मात्रा में हिमखंड टूटा, जिससे हाईवे बंद हो गया। हालांकि, रात को गंगोत्री हाईवे को बीअरओ के जवानों ने सुचारू कर दिया है। सीमा सड़क संगठन के ओसी अविनाश शर्मा ने बताया कि धराली के निकट चांगथांग के पास तीन दिन पहले भारी हिमखंड टूटकर गिरा था, जिससे गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया था।

loksabha election banner

हर्षिल के प्रधान दिनेश रावत ने कहा कि पांच दिन पहले हर्षिल, मुखवा, झाला, पुराली, सुक्की क्षेत्र में बर्फबारी हुई। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी भारी बर्फबारी हुई। बीते मंगलवार की शाम को हिमखंड टूटा। जिससे गंगोत्री हाईवे बंद हुआ। 

फिर बुधवार को चटक धूप खिली तो हिमखंड और सक्रिय हुआ। बुधवार को चांगथांग के पास करीब 20 मिनट तक हिमखंड टूटकर गिरता रहा। जिससे हाईवे बंद हुआ। इससे गंगोत्री गए वन विभाग और मंदिर समिति के कर्मचारियों को भी फंसना पड़ा। अपने वाहनों को वहीं छोड़कर पैदल ही हर्षिल आना पड़ा। 

 

बीआरओ के आफिसर कमांडिंग मेजर अविनाश शर्मा ने बताया कि गंगोत्री हाईवे पर हर्षिल से छह किलोमीटर गंगोत्री की ओर चांगथांग स्थान पर भारी हिमखंड टूटने के कारण हाईवे बंद हुआ है। बीते बुधवार को हाईवे खोलने का प्रयास किया गया। लेकिन, फिर से हिमखंड टूटा है। बीआरओ की टीम हाईवे खोलने में जुटी हुई है। इसके अलावा गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास भी भूस्खलन हुआ। जिससे हटाकर हाईवे सुचारु कर दिया है।

चट्टान टूटने से गौरीकुंड हाईवे अवरुद्ध

बांसवाड़ा के पास चट्टान टूटने से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पूरे दिन बंद रहा। इसके चलते केदारघाटी के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूíत नहीं हो सकी। वहीं एनएच लोनिवि की ओर से हाईवे खोलने का काम किया जा रहा है। हालांकि मलबा अधिक होने के चलते हाईवे खोलने में देरी हो रही है।

बुधवार सुबह साढ़े छह बजे रुद्रप्रयाग से 25 किमी आगे डेंजर जोन बांसबाड़ा में भारी-भरकम चट्टान टूटने से गौरीकुंड हाईवे पर बंद हो गया। हाईवे पर कई घंटे तक चट्टान बरसते रहे, इसके चलते हाईवे पूरी तरह से मलबे से ढंक गया है। हाईवे बंद होने के चलते वाहन बांसवाड़ा में फंस गए, जिसके चलते आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हो पाई।

सूचना मिलने पर एनएच लोनिवि की ओर से जेसीबी मशीन को मौके पर भेजा गया, लेकिन मलबा अधिक होने के कारण देर शाम तक हाईवे आवाजाही के लिए सुचारू नहीं हो सका। एनएच लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि बांसवाड़ा में हाईवे पर मलबा आने से आवागमन बंद हो गया है। बांसवाड़ा में मलबा हटाने का कार्य जारी है। हाईवे को जल्द ही आवाजाही के लिए सुचारू किया जाएगा।

अब भी सुचारू नहीं हो सका गंगोत्री हाईवे, धरासू में वैकल्पिक मार्ग बनाने में जुटा बीआरओ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.