Move to Jagran APP

यमुना घाटी में स्वास्थ्य सेवा का फूल रहा दम, मरीज काट रहे चक्कर

उत्तरकाशी में स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बद् से बद्तर है। यही वजह है कि यहां मरीजों को सही इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 07 Feb 2018 05:51 PM (IST)Updated: Wed, 07 Feb 2018 09:12 PM (IST)
यमुना घाटी में स्वास्थ्य सेवा का फूल रहा दम, मरीज काट रहे चक्कर
यमुना घाटी में स्वास्थ्य सेवा का फूल रहा दम, मरीज काट रहे चक्कर

loksabha election banner
v style="text-align: justify;">पुरोला, [जेएनएन]: केन्द्र से लेकर राज्य तक की सरकारें भले ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दम भरे। लेकिन उत्तरकाशी जनपद में सरकारों के इस दावे और स्वास्थ्य सुविधाओं का दम फूल रहा है। जनपद की यमुना घाटी में स्वास्थ्य सेवाओं का सबसे बुरा हाल है। यमुना घाटी में तीन सीएचसी और एक पीएचसी है। लेकिन, चारों अस्पतालों में न सुविधाएं हैं और न ही पर्याप्त चिकित्सक। 
उत्तरकाशी जनपद के यमुना घाटी में पुरोला, नौगांव और मोरी ब्लाक आते हैं। जिला मुख्यालय से नौगांव की दूसरी 100 किलोमीटर, पुरोला की 130 और मोरी की दूरी 165 किलोमीटर है। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पुरोला, नौगांव व बड़कोट में तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। जबकि मोरी ब्लाक मुख्यालय पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है। 
लेकिन, इन अस्पतालों में सुविधाओं का घोर अकाल है। आज हालात ये हैं कि पूरे यमुना घाटी में एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। पुरोला सीएचसी में तैनात रेडियोलॉजिस्ट डॉ. आरसी आर्य को सीएमओ का प्रभार दिया गया है। जिसके कारण उन्हें जिला मुख्यालय उत्तरकाशी स्थानांतरित किया गया है। 
डॉ. आरसी आर्य अभी तक सप्ताह में दो दिन नौगांव सीएचसी में जाकर अल्ट्रासाउंड करते थे। जिससे यमुना घाटी में मरीजों के साथ गर्भवती महिलाओं को खासी राहत मिलती थी। लेकिन अब रेडियोलॉजिस्ट के न होने के कारण महिलाओं को जिला मुख्यालय या फिर देहरादून के चक्कर लगाने पड़ेंगे। 
वहीं जब घाटी के लोगों को रेडियोलॉजिस्ट के स्थानांतरण होने की भनक लगी तो लोग आक्रोशित हो उठे। राज्य आंदोलनकारी संगठन के केंद्रीय उपाध्यक्ष दलवीर रावत ने कहा कि सीएचसी पुरोला में अल्ट्रासाउड मशीन नहीं है। डॉ. आर्य सीएचसी नौगांव में लगी मशीन से अल्ट्रासाउंड कर रहे थे। जिससे लोगों को कुछ सुविधा मिल रही थी। लेकिन, शासन ने पुरोला में अल्ट्रासाउंड मशीन लगाने के बजाय चिकित्सक का ही तबादला कर दिया। ऐसी स्थिति में नौगांव सीएचसी में लगी मशीन भी किसी काम की नहीं है। इस संबंध में राज्य आंदोलनकारी संगठन ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.