बर्फ की सफेद चादर से ढ़के सीमांत गांव
जनपद के सीमांत क्षेत्र में रविवार की रात और सोमवार को बर्फबारी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : जनपद के सीमांत क्षेत्र में रविवार की रात और सोमवार को बर्फबारी हुई। इस बर्फबारी से सीमांत क्षेत्र के गांव बर्फ की चादर से ढ़क गए। अधिकांश गांवों में बिजली की आपूर्ति और संचार सेवा ठप हो गई है।
हर्षिल घाटी में इस सीजन का पांचवां हिमपात हुआ है। बर्फबारी के कारण राड़ीघाटी में यमुनोत्री राजमार्ग बाधित रहा, जिसे राजमार्ग प्राधिकरण की बड़कोट खंड की टीम ने सुचारू किया। लेकिन, बर्फ में लगातार फिसलन बनी हुई है। दोपहर तक राड़ी टॉप के आसपास कई वाहन बर्फ में फिसले। लेकिन शुक्र यह रहा कि कोई दुर्घटना नहीं घटी। इसके अलावा यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली, जानकीचट्टी, रानाचट्टी, कुपड़ा, कुठार, दुर्बिल, निसनी, सरनौल, बसराली व पुरोला ब्लॉक की सर बडियार पट्टी क्षेत्र के आठ गांवों के साथ ही मोरी ब्लॉक के ऊंचाई वाले गांव बर्फ से लकदक हो गए हैं। जबकि गंगा घाटी में दयारा बुग्याल, डोडीताल में भी बर्फ गिरी है। हर्षिल घाटी के मुखवा, धराली, हर्षिल, बगोरी, सुक्की, झाला, जसपुर, पुराली आदि गांव भी बर्फ की चादर से ढ़क गए। बारिश और बर्फबारी के कारण जनपद के तापमान में भारी गिरावट आयी। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय का अधिकतम तापमान 12 डिग्री और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री दर्ज किया गया। बर्फबारी को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जीवन रेखा से जुड़े विभागों और आपदा प्रबंधन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
बारिश से तापमान गिरा
पौड़ी: मंडल मुख्यालय पौड़ी तथा इससे सटे क्षेत्रों में सोमवार दिन भर ठिठुरन बनी रही। सुबह हल्की बारिश हुई। इसके बाद दिन भर बादल छाए रहे। मौसम में अचानक आए इस बदलाव और हल्की बारिश से यहां तापमान काफी गिर गया। जिससे दिन भर ठिठुरन बनी रही। बाजारों में अन्य दिनों की अपेक्षा सर्द हो चले मौसम के बीच कम ही भीड़-भाड़ देखने को मिली।