उत्तरकाशी, शैलेंद्र गोदियाल। देश-दुनिया को दर्जनों नामचीन पर्वतारोही देने वाले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रशिक्षण कार्यक्रम पर भी कोरोना वायरस संक्रमण का असर पड़ा है। निम प्रशासन ने मार्च और अप्रैल में होने वाले चार कोर्सों को स्थगित किया है। निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट बताया कि पिछले 56 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब निम को अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थगित करने पड़े हैं। उन्होंने कहा कि मार्च में दो कोर्स और अप्रैल में भी दो कोर्स होने थे। पर, हालत को देखते हुए उन्हें भी स्थगित करना पड़ा है। स्थिति में सुधार होने पर जून-जुलाई तक इन सभी स्थगित किए गए कोर्सों को कराने का प्रयास किया जाएगा।
कर्नल बिष्ट कहते हैं कि निम के बेसिक, एडवांस और सर्च एंड रेस्क्यू के के कोर्स 2012 और 2013 की आपदा में भी स्थगित नहीं हुए थे। उस समय भी सुचारु संचालित हुए थे। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की स्मृति में 14 नवंबर 1964 को उत्तरकाशी में निम की स्थापना की गई थी। पर्वतारोहण में निम ने बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। यहां एडवेंचर, बेसिक, एडवांस, सर्च एंड रेस्क्यू तथा मैथड ऑफ इंस्ट्रक्शन कोर्स सहित कई स्पेशल, रॉक क्लाइंबिंग और स्कीइंग कोर्स में करीब 31 हजार देशी-विदेशी पर्वतारोही प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।
सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स कराने वाला यह एशिया का इकलौता संस्थान है। निम में पर्वतारोहण जुड़े सभी कोर्सों के लिए ऑन लाइन बुकिंग 2023 तक हो चुकी है। बेहतर प्रशिक्षण मिलने के कारण हर किसी का एक सपना होता है। इस बार 32वां सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स 20 मार्च से शुरू होना था। इसके साथ ही 261वां बेसिक पर्वतारोहण कोर्स भी शुरू होना था। लेकिन, कोरोना के कारण इन दोनों कोर्सों को निम प्रशासन स्थगित किया।
इसके अलावा 262वां बेसिक पर्वतारोहण कोर्स और 164वां एडवांस पर्वतारोहण कोर्स 24 अप्रैल से शुरू होना है। लेकिन, कोरोना के कारण इन कोर्सों को निम प्रशासन ने फिलहाल स्थगित किया है। हालात नहीं सुधरे तो मई में होने होने कोर्सों पर भी असर पड़ेगा। गौरतलब है कि निम में इन कोर्सों को करने के लिए केवल भारत से ही नहीं बल्कि पूरे विश्व से पर्वतारोहण के शौकीन आते हैं।
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