सीजन के पहले दल ने पार किया कालिदी खाल पास
दुनिया के सबसे ऊंचे ट्रैक रूट में शामिल कालिदीखाल-बदरीनाथ ट्रैक पर इस सीजन के पहले दल ने कालिदी खाल पास को पार किया है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: दुनिया के सबसे ऊंचे ट्रैक रूट में शामिल कालिदीखाल-बदरीनाथ ट्रैक पर इस सीजन के पहले दल ने कालिदी खाल पास को पार किया है। ट्रेकिग दल में कोलकाता की एक महिला सहित दस सदस्य शामिल हैं। दल ने दस दिनों के अंतराल में यह ट्रैक पार किया है।
गंगोत्री धाम से बदरीनाथ को जोड़ने वाला कालिदी खाल ट्रैक दुनिया के सबसे ऊंचे (5980 मीटर) ट्रैकों में शुमार है। हिमालय की कंदराओं और ग्लेशियर के ऊपर से गुजरने वाले 109 किमी लंबे इस ट्रैक पर बर्फ से ढकी भारत की एक दर्जन नामचीन चोटियों के दीदार होते हैं। 80 फीसद बर्फ से ढके इस ट्रैक को पूरा करने में 10 से 12 दिन लगते हैं। कोरोना संक्रमण का असर भी इस ट्रैक पर पड़ा है। 2020 में इस ट्रैक पर एक भी दल ने ट्रेकिग नहीं की है। लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर के मंद पड़ने के बाद अब पर्यटन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। माउंटेनियरिग व ट्रेकिग कंपनी माउंट हाई विड के नेतृत्व में एक सितंबर को सीजन का पहला दल रवाना हुआ था, जो गत शुक्रवार को माणा बदरीनाथ पहुंचा है। दल के गाइड के रूप में कपिल पंवार और विपिन पंवार ने टीम का मनोबल बढ़ाया और दस दिन के अंतराल में यह ट्रैक पार करवाया। दल को बारिश और बर्फबारी का भी सामना करना पड़ा। दल में अभिषेक दास, भाष्कर विश्वास, तपन कुमार, सुशांत मंडल, सुब्रत दत्ता, विश्वजीत दास, शंखदीप मंडल, तिथि पाल आदि शामिल थे। माउंटेनियरिग व ट्रेकिग कंपनी माउंट हाई विड के निदेशक जयेंद्र राणा ने बताया कि कोरोना काल के बाद पहली बार दुनिया के सबसे ऊंचे व कठिनतम ट्रैक रूट कालिदीखाल-बदरीनाथ को ट्रेकिग दल ने सफलतापूर्वक पार किया है।