जगमोहन की कर्मठता का पीएम ने किया सम्मान
----------------------- शैलेंद्र गोदियाल उत्तरकाशी गोरसाली गांव के जगमोहन सिंह राणा ऐ
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शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी
गोरसाली गांव के जगमोहन सिंह राणा ऐसे किसान हैं, जिन्होंने नौकरी छोड़कर गांव की माटी में रोजगार तलाशा और अपनी कर्मठता से आत्मनिर्भरता की मिसाल बन गए। इसी वर्ष दो जनवरी को कर्नाटक के तुमकुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें 'राष्ट्रीय कृषि कर्मण' सम्मान से नवाजा। सम्मान स्वरूप उन्हें दो लाख की राशि प्रदान की गई। यह सम्मान उन्हें गेहूं व दलहनी फसलों के बेहतर उत्पादन के लिए दिया गया। खेती-किसानी के जरिये उन्नति के पथ पर अग्रसर यह प्रगतिशील किसान उन युवाओं के लिए भी प्रेरणा को स्त्रोत है, जो खेती को बंजर छोड़ रोजी के लिए शहर-शहर भटक रहे हैं।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 42 किमी की दूरी पर स्थित गोरसाली गांव निवासी जगमोहन राणा ने वर्ष 1983 में मनेरी-भाली जल-विद्युत परियोजना में संविदा पर सुपरवाइजर की नौकरी शुरू की। मनेरी, भटवाड़ी और श्रीनगर-गढ़वाल में 11 साल तक नौकरी करने बाद जगमोहन वर्ष 1994 में गांव वास लौट आए। घर की जिम्मेदारियों के कारण नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने अपने बंजर खेतों को आबाद करने का निर्णय लिया। उन्नत खेती के लिए कृषि विभाग और उद्यान विभाग ने भी उनका हौसला बढ़ाया।
जगमोहन ने गेहूं, आलू, मंडुवा, चौलाई, राजमा, मसूर, चना, गहत, सोयाबीन व सरसों के अलावा नगदी फसलों का भी उत्पादन शुरू किया। 55-वर्षीय जगमोहन बताते हैं कि वर्ष 2019 में उन्होंने 35 क्विंटल गेहूं और 150 क्विंटल से अधिक आलू का उत्पादन किया। इसी तरह अन्य फसलों का भी अच्छा-खासा उत्पादन हुआ। बताया कि वह बागवानी, पशुपालन व मौन पालन भी कर रहे हैं।
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हर वर्ष तीन लाख रुपये की कमाई
जगमोहन बताते हैं कि खेती-किसानी से वे हर वर्ष लगभग तीन लाख रुपये कमा लेते हैं। कहते हैं, कृषि ऐसा स्वरोजगार है, जिसके लिए आपको बड़ी पूंजी की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन, मेहनत से आप बड़ी पूंजी जरूर कमा लेते हो।
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जगमोहन को मिले सम्मान
वर्ष 2020 में 'राष्ट्रीय कृषि कर्मण' सम्मान
वर्ष 2017 में 'किसान भूषण' सम्मान
वर्ष 2009 में उन्हें 'किसान श्री' सम्मान
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'प्रगतिशील किसान जगमोहन सिंह राणा को इस बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है। वह काश्तकारों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। कृषि विभाग की ओर से उन्हें उन्नत कृषि, जैविक खेती, नकदी फसलों आदि का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही उन्हें कुछ स्थानों का भ्रमण भी कराया गया।'
-गोपाल सिंह भंडारी, मुख्य कृषि अधिकारी, उत्तरकाशी
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फोटो परिचय
1यूटीकेपी 15 : स्वयं तैयार की गई जैविक खाद दिखाते प्रगतिशील किसान जगमोहन सिंह राणा।
1यूटीकेपी 16 : प्रगतिशील किसान जगमोहन सिंह राणा को राष्ट्रीय कृषि कर्मण सम्मान प्रदान करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
1यूटीकेपी 17 : जगमोहन सिंह राणा।
1यूटीकेपी 18 : अपनी फसल दिखाते जगमोहन सिंह राणा।
1यूटीकेपी 19 : खेत में काम करते जगमोहन सिंह राणा।
(सभी फोटो : साभार कृषि विभाग उत्तरकाशी)