डीएम ने गठित की टीम, सात दिन देगी रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : भागीरथी में समा रहे गंदे नालों पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन हरकत मे
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : भागीरथी में समा रहे गंदे नालों पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने गंगा से जुड़े विभागों की बैठक में एक टीम का गठन किया। टीम सात दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।
दैनिक जागरण ने दस मई से 13 मई तक के अंक में इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया था। मामले का संज्ञान लेते हुए पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री प्रकाश पंत ने निदेशक नमामि गंगे से रिपोर्ट तलब की। इसी क्रम में मंगलवार को जिला सभागार में आयोजित बैठक में गंगा प्रदूषण इकाई के अधिकारियों ने बताया कि उत्तरकाशी में गंगा में 14 नाले गिर रहे हैं। इन नालों में में से पांच टेप किए गए हैं। जिलाधिकारी ने जोशियाड़ा क्षेत्र में गंदगी से भरे नाले की सफाई के लिए लोनिवि के ईई व नगर पालिका के ईओ को निर्देश दिए। इसके साथ ही जो नाले सीवर लाइन से अभी तक नहीं जुड़े हैं उनको जोड़ने के लिए प्राकलन तैयार करने के लिए गंगा प्रदूषण इकाई को निर्देश दिए गए। इसके साथ घाटों के रखरखाव को लेकर भी डीएम ने ¨सचाई विभाग व एसडीएम से रिपोर्ट मांगी है। इस मौके पर डीएम ने नमामि गंगे के तहत बन रहे घाटों के निर्माण की भी समीक्षा की। ¨सचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक घाटों का निर्माण 35 फीसद हो चुका है। बैठक में गंगा प्रदूषण इकाई की शशि राणा, ¨सचाई विभाग के ईई पीके गुप्ता, लोनिवि भटवाडी ईई आरएस खत्री, जल संस्थान के ईई बीसी डोगरा, ईओ सुशील कुमार कुरील सहित आदि मौजूद थे।