रेंज अधिकारियों और कार्मिकों के बीच हुई नोकझोंक
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय उत्तरकाशी में तैनात दो लेखाकार और
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय उत्तरकाशी में तैनात दो लेखाकार और तीन रेंज अधिकारियों के बीच बजट आवंटन को लेकर जमकर विवाद हुआ। लेखाकारों के समर्थन में प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय के कार्मिक भी हड़ताल पर चले गए। साथ ही इन कार्मिकों ने वन संरक्षक भागीरथी वृत्त मुनिकीरेती को ज्ञापन भेजकर तीनों रेज अधिकारियों के स्थानांतरण की मांग की। वहीं प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर ने कहा कि कर्मचारियों और रेंज अधिकारियों के बीच का मामला आपसी मतभेद का है। इससे केवल कार्य में व्यवधान होगा। दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले का निस्तारण कराया जाएगा।
दरअसल, बुधवार को प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में डुंडा रेंज अधिकारी, मुखेम रेंज अधिकारी और टकनौर रेंज अधिकारी पहुंचे। इसी बीच बजट आवंटन को लेकर रेंज अधिकारियों और प्रभागीय कार्यालय के दो लेखाकारों की बीच नोकझोंक होने लगी। लेखाकार रमेश उनियाल और रमेश लाल ने कहा कि विभाग में उपलब्ध बजट के अनुसार सभी रेंजों को बजट आवंटित किया गया। लेकिन, डुंडा रेंज अधिकारी, मुखेम रेंज अधिकारी और टकनौर रेंज अधिकारी ने व्हाट्सएप के माध्यम से काले झंडे का प्रदर्शन किया। आवंटन के संबंध में प्रभागीय वनाधिकारी विनित तोमर ने दोनों को बुलाया। लेखाकार रमेश उनियाल और रमेश लाल ने आरोप लगाया कि अपना जवाब देने के बाद जब वे डीएफओ कार्यालय से बाहर निकले तो मुखेम रेंज के रेंज अधिकारी ने उनके साथ मारपीट करने की कोशिश की। इस पर दोनों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। उन्होंने कहा कि अपने साथ हुई अभद्रता को लेकर वन संरक्षक भागीरथी वृत्त मुनिकीरेती को उन्होंने ज्ञापन भेजा है। प्रभागीय कार्यालय के कर्मचारियों ने कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी है। वहीं, मुखेम रेंज अधिकारी प्रदीप बिष्ट ने कहा कि उन्होंने किसी तरह की अभद्रता नहीं की है। वे डीएफओ कार्यालय में बैठे थे और शालीनता से बात कर रहे थे। लेखाकारों ने भी उनके साथ और महिला रेंज अधिकारी के साथ अभद्रता की है। लेखाकार खुद को बजट आवंटन और अकाउंट का सर्वेसर्वा मनाते हैं।