कृषि मंडी व मेगा फ्रूट से बदलेगी गंगाघाटी की सूरत
गंगाघाटी के काश्तकारों को अपनी नकदी फसल और सब्जियां ओने पोने दाम में बेचनी नहीं पड़ेंगी।
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : गंगाघाटी के काश्तकारों को अपनी नकदी फसल और सब्जियां ओने पोने दाम में न बेचनी पड़े, इसके लिए डुंडा ब्लॉक के धनारी पट्टंी अंतर्गत स्यूणी में कृषि मंडी बनाने की तैयारी की जा रही है। साढ़े 11 करोड़ की लागत से बनने वाली इस मंडी का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसके अलावा स्वरोजगार के लिए डुंडा के सैंणी में दो करोड़ 43 लाख की लागत से मेगा फ्रूट बनेगा।
सोमवार को जिला सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने स्थानीय काश्तकारों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए कृषि मंडी और मेगा फ्रूट खोलने की योजना तैयार की है। कहा कि धनारी में कृषि मंडी खोलने के लिए बीते वर्ष से योजना बन रही थी, वनभूमि होने के कारण योजना में सहमति नहीं बन रही थी। शासन स्तर पर पत्राचार करने के बाद वन विभाग ने भी इस पर सहमति जताई है। अब कृषि मंडी का साढ़े 11 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद योजना धरातल पर उतारी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने डुंडा के सैंणी में मेगा फ्रूट खोलने की बात कही। कहा इसमें स्थानीय काश्तकार अपने उत्पादित सब्जियों और फलों को संरक्षित करेंगे। इसमें 47 लाख का कोल्डस्टोर भी तैयार होगा। यह योजना इसी वर्ष अक्टूबर महीने से धरातल पर उतरेगी। इसके लिए शासन से एक करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। कहा कि उनका उद्देश्य प्रवासियों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, हरीश डंगवाल आदि मौजूद थे।