उत्तरकाशी में खनन माफिया पर प्रशासन का चाबुक
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी भागीरथी में हो रहे अवैध खनन पर जिला प्रशासन की कार्रवाई लग
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : भागीरथी में हो रहे अवैध खनन पर जिला प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। अवैध खनन पर जिला प्रशासन ने चार दिनों के अंतराल में 21 खनन माफियाओं के चालान काटे हैं। लेकिन, प्रशासन की कार्रवाई के बीच सबसे अधिक गतिरोध बुधवार को रहा। जब खनन माफिया को बचाने के लिए उत्तरकाशी के कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने अधिकारियों को फोन कर कार्रवाई न करने की अपील की। इसके साथ ही प्रशासन ने नदी किनारे के अवैध निर्माण भी ध्वस्त किए, जबकि डुंडा क्षेत्र के रनाड़ी हिटाणू क्षेत्र में अवैध खनन सामग्री ले जाते हुए दो वाहन भी सीज किए गए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर खनन रोकने के लिए उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने मनेरा में अवैध खनन करते हुए चार खनन माफिया के चालान किए। साथ ही अवैध रेत-बजरी भंडारण को ध्वस्त किया। अवैध खनन के लिए नदी तक जाने को बनाए गए रास्तों पर गहरी खाई खोदी गई, जिससे खच्चर आदि नदी तक न जा सके। इसके अलावा तेखला पुल के निकट भी अवैध खनन के लिए बनाए गए रास्तों को ध्वस्त किया गया। सूत्रों के अनुसार खनन माफिया को बचाने के लिए कांग्रेस से लेकर भाजपा तक कई नेताओं के फोन आए। लेकिन, प्रशासन ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। इंद्रावती पुल के निकट हो रहे अतिक्रमण को भी प्रशासन की टीम ने जेसीबी के जरिये ध्वस्त किया। साथ ही अतिक्रमण करने वाले के भी चालान कटे। उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने कहा कि पिछले चार दिनों के अंतराल में मनेरा और तेखला पुल के निकट अवैध खनन करते हुए 17 व्यक्तियों के चालान काटे गए हैं। डुंडा के उपजिलाधिकारी मीनाक्षी पटवाल ने कहा कि अवैध खनन को लेकर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।