उत्तरकाशी: ऊंचाई वाले सीमांत गांवों में सीजन की दूसरी बर्फबारी, प्रशासन भी अलर्ट
उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले सीमांत गांवों में सीजन की दूसरी बर्फबारी शुरू हो गई है। बारिश बर्फबारी से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम के मिजाज को देखते हुए जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
उत्तरकाशी, जेएनएन। उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले सीमांत गांवों में सीजन की दूसरी बर्फबारी शुरू हो गई है। बारिश बर्फबारी से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम के मिजाज को देखते हुए जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में शीतकाल का खाद्यान्न पहुंचाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के अलावा दयारा बुग्याल, हरकीदून घाटी में रविवार रात से बर्फबारी हो रही है। वहीं, गंगा घाटी के हर्षिल, सुक्की, मुखवा, धराली, यमुना घाटी में खरसाली, जानकीचट्टी, पुरोला ब्लाक के सरबडियार और मोरी ब्लॉक के सांकरी आदि गांवों के निकट की पहाड़ियों पर भी सोमवार सुबह से बर्फबारी जारी है। इन गांवों में भी बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। वहीं, इन्हें हर वर्ष बर्फबारी के कारण गांवों को जोड़ने वाली सड़कें और रास्ते भी अवरुद्ध हो जाते हैं।
इसके अलावा गांवों में बिजली आपूर्ति और संचार सेवा भी प्रभावित होती है। समय पर खाद्यान्न नहीं पहुंचा तो खाद्यान्न का भी संकट बन जाता है। इस बार ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए जिलाधिकारी ने जीवन रेखा से जुड़े विभागों को अलर्ट किया है, जिससे आमजन को सीमांत क्षेत्र में परेशानी न हो। इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि संबंधित विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया गया है। बीआरओ, एनएच, लोनिवि और पीएमजीएसवाई को बर्फबारी वाले इलाकों में यातायात को सुचारू रखने के लिए जगह-जगह मशीनें और कर्मचारी तैनात करने के आदेश दिए गए हैं।
कुछ क्षेत्रों के ग्रामीण शीतकाल में ऊंचाई वाले क्षेत्रों से निचले इलाकों में आ जाते हैं। ऐसी स्थिति में किसी को कोई परेशानी न हो इसको भी देखा जा रहा है। इसके अलावा खाद्यापूर्ति विभाग को समय पर शीतकाल का एडवांस खाद्यान्न सीमांत सरकारी राशन विक्रेताओं तक पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।