उत्तरकाशी में 88 फीसद बुजुर्गो को कोरोना वैक्सीन
कोरोना काल के दौरान सैंपलिग को लेकर राज्य में अव्वल रहने वाले सीमांत जनपद उत्तरकाशी ने टीकाकरण में राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल की है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: कोरोना काल के दौरान सैंपलिग को लेकर राज्य में अव्वल रहने वाले सीमांत जनपद उत्तरकाशी ने टीकाकरण में राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल की है। दो अप्रैल तक जिले में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गो का 88 फीसद कोविड टीकाकरण हो चुका है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इसकी सराहना करते हुए सभी जनपदों में उत्तरकाशी मॉडल के अनुरूप टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
उत्तरकाशी जिले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने टीकाकरण को लेकर 65 केंद्र बनाए हैं। इनमें 32 स्थानों पर नियमित रूप से टीकाकरण चल रहा है। अन्य स्थलों पर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार टीकाकरण किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने टीकाकरण अभियान में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम विकास अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता, स्वास्थ्य विभाग की टीम के अलावा उप जिलाधिकारी और आपदा प्रबंधन को भी टीम में शामिल किया है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। पत्रकारों से बातचीत में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि दो अप्रैल तक जनपद में 28900 बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक) के सापेक्ष 24412 बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई गई है, जो जनसंख्या के हिसाब से 88 फीसद के करीब है। यह उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है। अच्छी बात यह है कि सुदूरवर्ती गांवों के ग्रामीण वैक्सीन लगवाने को लेकर बेहद जागरूक हैं। ग्रामीण पैदल चलकर टीकाकरण स्थल तक पहुंच रहे हैं। इन सुदूरवर्ती गांवों के चलने-फिरने में असमर्थ बुजुर्गों के लिए वैक्सीन स्थल तक लाने-ले जाने की व्यवस्था के लिए शासन से दिशा-निर्देश मांगे हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गो का टीकाकरण शुरू हो गया है। जनपद में 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों की संख्या 84947 है। इनमें से दो अप्रैल तक कुल 31400 व्यक्तियों को वैक्सीन दी जा चुकी है।