गढ़वाल में बर्फबारी से 22 मोटर मार्ग बंद
पर्वतीय क्षेत्र में बुधवार की शाम से शुरू हुई बारिश और बर्फबारी गुरुवार देर रात तक जारी रही।
जागरण टीम, गढ़वाल: पर्वतीय क्षेत्र में बुधवार की शाम से शुरू हुई बारिश और बर्फबारी गुरुवार देर रात तक जारी रही। बर्फबारी से उत्तरकाशी, टिहरी,रुद्रप्रयाग, चमोली और पौड़ी जनपदों में मोटर 22 मार्ग बंद हो गए हैं। जबकि 100 गांव में बिजली भी गुल हो गई है।
उत्तरकोशी जिले में गंगोत्री व यमुनोत्री राजमार्ग सहित 20 मोटर मार्ग बंद हो गए थे। इनमें पांच मार्गों पर शुक्रवार की शाम तक संचालन शुरू सका। अन्य मार्गों को खोलने के लिए सीमा सड़क संगठन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व लोनिवि की टीम जुटी हुई है। जो मार्ग खुले भी हैं उन पर चलना खतरे से खाली नहीं है। राजमार्ग व ग्रामीण संपर्क मार्ग बंद होने के कारण जनपद के 40 से अधिक गांव का सम्पर्क कटा हुआ है। शुक्रवार को गंगोत्री व यमुनोत्री का अधिकतम तापमान भी माइनस चार डिग्री दर्ज किया गया।
बर्फबारी के कारण गंगा घाटी में गंगोत्री राजमार्ग गंगनानी से लेकर गंगोत्री तक करीब 50 किलोमीटर के क्षेत्र में अवरुद्ध हुआ। शुक्रवार शाम तक बीआरओ की टीम ने झाला तक राजमार्ग को सुचारू किया। धरासू यमुनोत्री राजमार्ग राड़ीटॉप के अलावा हनुमान चट्टी से जानकी चट्टी तक बंद हुआ। शुक्रवार दोपहर को राड़ीटॉप के पास राजमार्ग सुचारू हुआ। उत्तरकाशी लंबगांव मोटर मार्ग और उत्तरकाशी सुवाखोली मार्ग शुक्रवार की शाम तक बंद रहे। इन मार्गों पर कई वाहन फंसे रहे। जो शुक्रवार की देर शाम तक निकल सके।
नई टिहरी: गुरुवार को हुई बर्फबारी से जिले की ऊंचाई वाली पहाड़ियों ने भी बर्फ की सफेद चार ओढ़ ली। हालांकि बर्फबारी से अभी तक कहीं भी नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं क्षेत्रों में बिजली, पानी की आपूर्ति भी सुचारू रही। जिला मुख्यालय के ढ़ाईजर, पिकनिक स्पॉट, कलक्ट्रेट परिसर के समीप अभी भी बर्फ जमी है जबकि रानीचौरी, प्रतापनगर, काणाताल, सुरकंडा, धनोल्टी, नागटिब्बा आदि जगहों पर बर्फ ने सफेद चादर ओढ़ ली। नई टिहरी के पिकनिक स्पॉट के अलावा धनोल्टी, नागटिब्बा, काणाताल में पर्यटक बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए यहां पहुंचे।
देवाल: देवाल विकासखंड क्षेत्र में ऊंचाई वाले गांवों घेस, बलाण, हिमनी, पिनाऊं, वांण, बांक, कुलिंग, झलिया, कुंवारी गांवों में एक फिट तक बर्फ पड़ने से होने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। हिमनी गांव के युवक मंगल दल अध्यक्ष बलवंत सिंह नेगी ने कहा घेस-हिमनी-बलाण मोटर मार्ग में बर्फबारी के चलते एक दर्जन वाहन हिमनी में फंसे रहे, और दोपहर बाद बर्फ पिघलने के बाद यातायात बहाल हो गया है। वहीं लोहाजंग, भेंकलताल, ब्रह्मताल में मौसम की बर्फबारी से पर्यटक पहुंचने लगे हैं।
पौड़ी: पौड़ी शहर के आस-पास टेका रोड, मांडाखाल, चौंरीखाल, भरसार, खिर्सू में हल्की बर्फबारी हुई। इसके अलावा थलीसैंण के ऊचांई वाले इलाकों में भी हल्की बर्फबारी हुई। बर्फ बारी की सूचना पर श्रीनगर सहित अन्य शहरों से बड़ी संख्या में पर्यटक पौड़ी पहुंचे। हालांकि बर्फबारी काफी कम हुई थी बावजूद इसके पर्यटकों ने बर्फ का पूरा आनंद लिया।
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ समेत तुंगनाथ, चोपता, देवरियाताल, मध्यमहेश्वर, पटागणियां, कार्तिकस्वामी समेत कई स्थानों पर जोरदार बर्फबारी हुई। केदारनाथ धाम में डेढ फीट तक ताजी बर्फ जम गई है। बर्फबारी से ऊंचाई वाले 12 गांव पूरी तरह बर्फ से ढ़क गए। हालांकि उनके आवाजाही के मार्ग खुले है। शुक्रवार को जिले में मौसम साफ होने के बाद धूप खिली रही। जिससे मौसम सुहावना बना रहा।