मोरी क्षेत्र में खूब फल-फूल रहा नशे का धंधा
संवाद सूत्र, पुरोला: मोरी की शांत वादियों में ड्रग्स जैसे नशे का कारोबार पांव पसारने लगा है, क्षेत्र
संवाद सूत्र, पुरोला: मोरी की शांत वादियों में ड्रग्स जैसे नशे का कारोबार पांव पसारने लगा है, क्षेत्र में अफीम के बाद ड्रग्स का कारोबार खूब फलफूल रहा है। छात्र व युवा वर्ग नशे की लत में डूब रहे हैं हिमाचल, चंडीगढ़, देहरादून व विकासनगर आदि क्षेत्रों से आने वाले छोटे व्यवसायी स्थानीय युवाओं के साथ मिलकर सांकरी, नैटवाड में अफीम व चरस तस्करी कर स्कूल, कॉलेज के छात्रों परोस रहे हैं। क्षेत्र में चरस की खरीदारी व स्मैक सप्लाई में देहरादून के चर्चित स्कूलों व नामी संस्थाओं के छात्र भी शामिल हैं। कईं बार बाहर से आने वाले फेरी व्यवसायियों पर नजर रखने की मांग भी की जाती रही है। पूर्व प्रमुख बचन पंवार ने बताया कि कुर्सी, कंबल, मसाला, प्लास्टिक, कबाड़ उठाने वाले दर्जनों लोग आए दिन दूरदराज गांव-गांव में घूमकर स्थानीय युवाओं को लालच देकर चरस की तस्करी कर रहे हैं। इसके बदले में गांव के सीधे साधे युवाओं और छात्रों को नशे की लत में झोक रहे हैं।
थाना प्रभारी मोरी के चंद्रशेखर नौटियाल ने बताया कि चरस, स्मैक तस्करों पर क्षेत्र में बराबर नजर रखी जा रही है, बाहर से आने वाले व्यवसायियों की अभियान के तहत तलाशी की जा रही है, नैटवाड़ क्षेत्र में स्मैक का ज्यादा प्रचलन है, जहां पुलिस की गश्त और चे¨कग की जा रही है।
मोरी थाने में बीते तीन वर्ष में पकड़े गए स्मैक व चरस के मामले
-वर्ष 2015- चरस में 9 मुकदमे, स्मैक में 5 मुकदमे
-वर्ष 2016- चरस में 11 मुकदमे, स्मैक में चार मुकदमे
-वर्ष 2017- चरस में 7 मुकदमे, स्मैक में चार मुकदमे