जो मांगे ठाकर अपने से सोई-सोई देवे..
श्री गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश पर्व को समर्पित अमृत प्रचार संगत के तत्वावधान में ग्राम जमुना-जमनी धर्मपुर में समागम किया गया।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : श्री गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश पर्व को समर्पित अमृत प्रचार संगत के तत्वावधान में ग्राम जमुना-जमनी, धर्मपुर में समागम किया गया। इसमें पंथ प्रचारकों द्वारा गुरुवाणी का गायन कथा व कीर्तन के माध्यम से किया गया।
जमुना-जमनी में बल्देव सिंह बड़ैच के फार्म हाउस पर सजे दीवान में अमृत प्रचार संगत के जत्थेदार भाई जगजीत सिंह ने कथा-कीर्तन के माध्यम से सभी को गुरुवाणी से जोड़ते हुए कहा कि गुरु साहिब ने हमे ब्रहमों, भ्रमों से निकाल कर गुरु शब्द से जोड़ा है। गुरुवाणी में कहा गया है-जो मांगे ठाकर अपने से सोई-सोई देवे.., अर्थात गुरु घर में सच्चे मन से अरदास करने से हर प्रकार के कष्ट मिट जाते हैं। मानव कृत्य के संबंध में उन्होंने कहा-किरत करो बंड छक्को.., अर्थात मेहनत की कमाई करो, बेईमानी से बचो और जो मेहनत से कमाया है उसमें से भी जरूरतमंद लोगों की मदद की जाए। भूखे को लंगर व अन्य सहायता निस्वार्थ भावना से की जाए। कथावाचक भाई गुज्जर सिंह ने कहा कि गुरु साहिब ने बीस रुपये से सच का व्यापार शुरू किया था, जो आज इतना प्रफुल्लित है कि देश का किसान एक वर्ष तक दिल्ली में बैठ कर जहां अपनी लड़ाई लड़ रहा था। गुरु मर्याया के अनुसार संगत उन्हें लंगर का प्रसाद ग्रहण करा रही थी। भाई नरेंद्र सिंह करनाल द्वारा भी गुरुवाणी का यशगान किया गया। इस मौके पर हरमिदर सिंह ढिल्लन, बल्देव सिंह, जसविदर सिंह जस्सी, हरमीत सिंह बड़ैच, प्रभुशरण सिंह गौराया, हरपिदर सिंह गौराया, कुंवरजीत सिंह पूनिया, तरसेम सिंह, पूरण सिंह, कुलदीप सिंह, सर्वजीत सिंह, अमृत सिंह ढिल्लो, सुरेंद्र सिंह ढिल्लो मौजूद थे।