अनुपयोगी प्रजातियों का गन्ना तौला तो होगी कार्रवाई
सहकारी चीनी मिल में बाहरी गन्ने की रोकथाम को लेकर भारतीय किसान ने बैठक कर बाहरी गन्ने का विरोध किया।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : सहकारी चीनी मिल में बाहरी गन्ने की रोकथाम को लेकर भारतीय किसान यूनियन व मंत्री प्रतिनिधि हरेंद्र सिंह लाडी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें बाहरी गन्ने में उत्तर-प्रदेश, उत्तराखंड सरकार द्वारा अनुपयोगी प्रजातियों का गन्ना मिलों को सप्लाई होने व गन्ने की ढुलाई में 70 रुपये प्रति क्विंटल तक का खर्च आने से मिल को हो रहे भारी घाटे का मुद्?दा उठाया गया।
रविवार को चीनी मिल अतिथिगृह में आयोजित बैठक में किसानों द्वारा वर्ष 2018-19 पेराई सत्र का बकाया करीब 16 करोड़ गन्ना मूल्य भुगतान अभी तक नहीं दिए जाने पर रोष प्रकट किया गया जिसमें समाज कल्याण मंत्री से दूरभाष पर हुई वार्ता के बाद मंत्री प्रतिनिधि हरेंद्र सिंह लाडी द्वारा एक सप्ताह के अंदर पुराना भुगतान दिलवाने की बात कही गई। यह भी अवगत कराया गया कि समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य के प्रयासों से को-जनरेशन प्लांट का टेंडर जारी हो गया है, जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करवाने के उपरांत निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और दो वर्ष के अंदर हमारी चीनी मिल आत्मनिर्भर हो जाएगी। इसी प्रकार एथनॉल प्लांट भी इसी वर्ष स्थापित करवाए जाने का भरोसा दिलाया गया। बैठक में मौजूद प्रधान प्रबंधक प्रकाश चंद्र द्वारा भी को-जनरेशन प्लांट की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी दी गई। वहीं बाहरी गन्ने के संदर्भ में जल्द ही कोई उचित निर्णय लेने का भरोसा दिलाया गया। स्पष्ट किया गया कि अनुपयोगी प्रजातियों का गन्ना कोई भी सेंटर का प्रभारी अथवा गन्ना सुपरवाइजर नहीं तुलवाएगा व मिल गेट पर आने वाले गन्ने में भी अनुपयोगी प्रजातियों को कदापि नहीं लिया जाएगा, यदि कोई ऐसा करता है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बैठक में भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा, कोषाध्यक्ष दलजीत सिंह रंधावा, सुखदेव सिंह नरखेड़ा, रंजीत सिंह गिल, सुखजीत सिंह पूनिया, राजकुमार, राजीव अरोड़ा, त्रिलोचन सिंह, जसवीर सिंह भुल्लर आदि मौजूद थे।