देश की रक्षा को हम भी जान देने को तैयार
संस, खटीमा : देश रक्षा के जज्बे से लबालब और गुस्से से तमतमाए भाइयों ने बीरेंद्र की शहादत पर
संस, खटीमा : देश रक्षा के जज्बे से लबालब और गुस्से से तमतमाए भाइयों ने बीरेंद्र की शहादत पर गर्व जताय है। उन्होंने कहा कि सरकार कड़ी कार्रवाई नहीं कर रही इसलिए निराश हैं। यदि भारत सरकार आर-पार का फैसला ले ले तो वे सीमा पर जाने को तैयार हैं।
शहीद बीरेंद्र के सबसे बड़े भाई जयराम सिंह बीएसएफ से दो साल पहले ही रिटायर हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश रक्षा को दोबारा तैयार हैं। जबकि दूसरे नंबर के भाई राजेश किसानी करते हैं। वह भी पाक से दो-दो हाथ करने को तैयार बैठे हैं। ==========
दोस्तों के छलके आंसू
शहीद के सहपाठी रहे हरबचन सिंह के आंसू छलक आए। उन्होंने बताया कि बीरेंद्र सेना में भर्ती होने की बात ही अक्सर करता था। लेकिन ऐसा क्या पता था कि इतनी जल्दी दुनिया से चल बसेगा। उसके दोस्तों में सांमत सिंह, चरन सिंह, नरेंद्र, दयाल, दिनेश सिंह आदि थे। -----------
गोदी में खिलाया है कैसे जाएगा निवाला
गांव की बुजुर्ग महिला बताती हैं कि उन्होंने बीरेंद्र को अपने हाथों से गोदी में खिलाया है। जवानी की अगड़ाई लेने जा रहा था, इससे पहले ही देश के लिए जान कुर्बान कर दी। अमूमन यही हाल अन्य लोगों का भी है।
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शहीद बीरेंद्र अब ¨हदुस्तान का बेटा है। इस गांव का मान बढ़ाया है जो गौरव है। दिख बहुत दुखी है मै और मेरी पार्टी परिवार के साथ हमेशा रखेगी -अजय भट्टं प्रदेश अध्यक्ष भाजपा