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ढाई करोड़ की प्रतिबंधित करेंसी ने पुलिस की नींद उड़ाई

जागरण संवाददाता, काशीपुर : यहां ढ़ाई करोड़ की प्रतिबंधित करेंसी की बरामदगी ने पुलिस की

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 05:41 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 05:41 PM (IST)
ढाई करोड़ की प्रतिबंधित करेंसी ने पुलिस की नींद उड़ाई
ढाई करोड़ की प्रतिबंधित करेंसी ने पुलिस की नींद उड़ाई

जागरण संवाददाता, काशीपुर : यहां ढ़ाई करोड़ की प्रतिबंधित करेंसी की बरामदगी ने पुलिस की नींद उड़ा रखी है। यह करेंसी किस मकसद से यहां लाई गई थी इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस इस मामले में अब तक दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि दो आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं। पुलिस जांच में प्रतिबंधित करेंसी को ठिकाने लगाने के मामले में एक और नाम सामने आया है।

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ज्ञात हो बीते सोमवार को आइआइएम रोड स्थित कुंडेश्वरी में प्रापर्टी डीलर कुंवर ¨सह बिष्ट के कार्यालय से पुलिस ने ढाई करोड़ की प्रतिबंधित करेंसी पकड़ी थी। इस दौरान पुलिस ने कुंडेश्वरी निवासी कुंवर ¨सह बिष्ट व मोहल्ला कैलाश गेट, ऋषिकेश, थाना मूनिकीरेती जिला टिहरी गढ़वाल निवासी बृजेश डिमरी को गिरफ्तार किया था। बताया जाता है उनके दो साथी गुरप्रेम निवासी गुलजारपुर हॉल, कुंडेश्वरी और फौजी कॉलोनी, कुंडेश्वरी निवासी रंजीत ¨सह फरार हो गए थे। इधर पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने गुरप्रेम द्वारा करेंसी को उप्र के मुरादाबाद से लाना बताया और करेंसी को बरेली पहुंचाए जाने कही थी। हालांकि बहुत लोग प्रतिबंधित करेंसी को नेपाल में खपाने की बात कर रहे हैं। सवाल यह उठ रहा है कि दो साल पहले नेपाल में भी भारतीय मुद्रा के पांच सौ और हजार के नोटों का जाली होने की वजह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। नेपाल सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोटों के साथ पकड़ने जाने वाले व्यक्ति पर दंडात्मक कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया था। इस संबंध में नेपाल के सनोली बॉर्डर पर नोटिस भी चस्पा किया गया था। ऐसे में प्रतिबंधित करेंसी को नेपाल में खपाने की बात पर संशय हो रहा है।

खैर मुख्य आरोपितों के पकड़े जाने के बाद ही अब इस राज से पर्दा उठ सकेगा कि आखिर प्रतिबंधित करेंसी किस मकसद से यहां लाई गई थी। इधर जांच में पुलिस को प्रतिबंधित करेंसी को खपाने के मामले में एक और नाम सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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:::::::::वर्जन-

गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में पुलिस के सामने प्रतिबंधित करेंसी को खपाने में एक नाम और प्रकाश में आया है। पुलिस आरोपितों द्वारा बताए गए नाम की भी जांच कर रही है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की गई हैं। टीम दबिशें दे रही है। मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही करेंसी के राज से पर्दा उठेगा।

-राजेश भट्ट, सीओ काशीपुर


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