एनआइओएस को डीएलएड में शामिल किया तो होगा आंदोलन
काशीपुर में एनआइओएस को डीएलएल में शामिल करने की सुगबुगाहट को लेकर आनलाइन बैठक कर विरोध जताया।
जासं, काशीपुर: डायट डीएलएड संघ ने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिग (एनआइओएस) को डीएलएड में शामिल करने की सुगबुगाहट को लेकर आनलाइन बैठक की। नियुक्तियों में एनआइओएस को डीएलएड के समकक्ष मानकर भविष्य में निकलने वाली नियुक्तियों में जगह देने का विरोध किया गया। चेतावनी दी कि अगर प्राथमिक शिक्षा भर्ती के बीच में नियमावली में संशोधन कर एनआइओएस डीएलएड में शामिल किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
रविवार को उत्तराखंड डायट डीएलएड संघ के सभी जिलों के पदाधिकारियों की आनलाइन मीटिग हुई। इसमें छह जनवरी को एनआइओएस डीएलएड की वैधता के संबंध में एनसीटीई की तरफ से जारी पत्र पर चर्चा की गई। एनआइओएस से 18 महीने के डीएलएड डिप्लोमाधारियों को राजकीय प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल करने की चल रही बात पर कड़ा विरोध जताया गया। वक्ताओं ने कहा कि एनआइओएस से 18 महीने का डीएलएड सिर्फ उन लोगों को कराया गया था, जो अप्रशिक्षित होते हुए भी निजी शिक्षण संस्थानों में शिक्षण कार्य कर रहे थे। एनआइओएस ने सिर्फ एक बार के लिए कराया गया यह प्रशिक्षण सिर्फ सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए था। यह प्रशिक्षण किसी भी आधार पर राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा के लिए चयनित उम्मीदवारों को राज्य की डायटों में दिए जाने वाले द्विवर्षीय प्रशिक्षण के समकक्ष नहीं हो सकता।
संघ के प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र नैनवाल ने कहा बार-बार बीएड वालों की याचिकाओं के कारण उत्तराखंड में बीते तीन वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती नहीं हो पाई है। बैठक में अल्मोड़ा से पवन मुस्यूनी, केवल प्रसाद, धीरेन्द्र खाती, मदन फत्र्याल, सौरभ कांडपाल, कविता गैड़ा, प्रकाश रानी, दिव्या तिवारी आदि शामिल रहे।