उलानी गांव की सीलिंग भूमि होगी मुक्त
उलानी गांव में 48 हेक्टेयर सीलिग भूमि को कब्जा मुक्त करने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है।
संवाद सहयोगी, खटीमा : उलानी गांव में 48 हेक्टेयर सीलिग भूमि को कब्जा मुक्त करने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। एसडीएम ने वन, ऊर्जा, गन्ना व राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक की। सोमवार को संयुक्त टीम सीलिग भूमि का स्थलीय निरीक्षण करेगी।
उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा पर उलानी गांव है। 48 हेक्टेयर भूमि सीलिग में घोषित होने के बाद काबिज किसान न्यायालय में चले गए। न्यायालय के आदेश पर प्रशासन ने 31 अक्टूबर को उक्त सीलिग भूमि कब्जे में ले ली थी। सीलिग परिधि में दो भवन थे। बाद में ग्रामीणों ने उस भूमि पर फसल लगा दी है। भवन में भी लोग रह रहे हैं। एसडीएम ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर 48 लोगों को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर सीलिग की भूमि खाली करने को कहा है। कुछ लोग इस भूमि को खुर्द-बुर्द करने में लगे हैं। शनिवार को एसडीएम निर्मला बिष्ट ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर भूमि कब्जे में लेने की रणनीति बनाई। एसडीएम बिष्ट ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। इसमें कोताही नहीं बरती जाएगी। क्योंकि छह सप्ताह के भीतर इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से हाईकोर्ट में पेश की जानी है। इस मौके पर तहसीलदार यूसुफ अली, एसडीओ वन विभाग बाबूलाल, ऊर्जा निगम के एसडीओ अनुज कुमार त्रिपाठी, रेंजर बीके बिष्ट, एसएसआइ देवेंद्र गौरव, एसआइ सुरेंद्र सिंह बिष्ट, राजस्व उपनिरीक्षक नरेंद्र गहतोड़ी आदि मौजूद थे।