तीसरी लहर में प्रधान संगठन नहीं करेगा सहयोग
ग्राम प्रधान संगठन के पदाधिकारियों की सोमवार को वर्चुअल बैठक हुई।
संसू, नानकमत्ता : ग्राम प्रधान संगठन के पदाधिकारियों की सोमवार को वर्चुअल बैठक हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली व दूसरी लहर में ग्राम प्रधानों ने उत्कृष्ट कार्य किया। मगर न तो उन्हें कोरोना वारियर्स का दर्जा दिया गया और न ही प्रोत्साहन राशि मिली। इसलिए तीसरी तहर में वह सहयोग नहीं करेंगे।
ग्राम प्रधानों ने कहा कि ग्राम प्रधान संगठन ने ग्राम प्रधानों को कोरोना वारियर्स तथा प्रोत्साहन राशि के रूप में 10 हजार रुपये देने के लिए आंदोलन किया था। सीएम ने 25 नवंबर को रुद्रपुर में ग्राम प्रधानों को भी कोरोना वारियर्स एवं 10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की थी। आचार संहिता लागू हो गई, मगर शासनादेश प्रधानों को प्राप्त नहीं हुआ। इससे प्रदेश के 7791 ग्राम प्रधान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। ग्राम प्रधानों को बूस्टर टीके की फ्रंटलाइन डोज लगाने से भी वंचित किया गया है। कोरोना की तीसरी लहर में भी आठ जनवरी को ग्राम प्रधानों को प्रदेश शासन के अपर सचिव ओमकार सिंह ने जिलाधिकारी से ग्राम प्रधानों को कोरोना में जिम्मेदारी के लिए शासनादेश दिया है। जिसका संपूर्ण प्रदेश प्रधान संगठन विरोध करता है। कोरोना की तीसरी लहर में ग्राम प्रधान किसी भी तरह का सहयोग उपरोक्त शासनादेश के संबंध में नहीं करेंगे। बैठक में प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल, प्रधान संगठन के प्रदेश संरक्षक मनोहर आर्य, प्रदेश प्रभारी प्रकाश मेहरा, प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत, कुंडल रावत, हिमांशु खाती, प्रदेश संगठन महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट,जिला अध्यक्ष चमोली मोहन नेगी, जिला अध्यक्ष देहरादून सोहन सिंह कैंतूरा, प्रदेश सचिव चंद्र मोहन पोखरियाल मौजूद थे।