वन तस्करों की तलाश में छाने गए जंगल
नेपाल सीमा पर वन कर्मियों पर हुई फायरिंग के बाद वन विभाग वन संपदा व वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति बेहद गंभीर हो गया है।
संवाद सहयोगी, खटीमा : नेपाल सीमा पर वन कर्मियों पर हुई फायरिंग के बाद वन विभाग वन संपदा एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति बेहद गंभीर हो गया है। इसी के तहत वन कर्मियों ने एसएसबी एवं नेपाल एपीएफ के जवानों के साथ सीमा स्थित जंगलों में गश्त की।
खटीमा उप प्रभाग के तीनों रेंजों के जंगलों में विभिन्न प्रजातियों के वन्य जीवों तथा पेड़ पौधों की बहुतयात है। यहां के जंगल पड़ोसी देश नेपाल व उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए हैं। ऐसे में वन्यजीवों एवं संपदा को हमेशा ही शिकारी व तस्कर गिरोह से खतरा बना रहता है। कुछ दिन पूर्व ही नेपाली वन तस्करों ने सीमा स्थित जंगल क्षेत्र से पेड़ काटने के साथ वन कर्मियों के उपर फायरिंग कर दी थी। इसके बाद वन विभाग ने वनों व वन्य जीवों की हिफाजत के लिए विशेष मुहिम छेड़ दी है। उप प्रभागीय वनाधिकारी शिवराज चंद के निर्देशन में सोमवार को वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र मनराल के नेतृत्व में वन कर्मियों ने नेपाल सीमा स्थित फागपुर बीट के छीनी कक्ष संख्या 14 में एसएसबी व नेपाल एपीएफ के जवानों के साथ संयुक्त रूप से कांबिंग की। इस दौरान सीमा क्षेत्र के लोगों को वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा लोगों को शिकारी व तस्करों गिरोह की सक्रियता की सूचना समय पर विभाग को देने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके पर एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट दिवान सिंह कार्की, वन दारोगा संतोष भंडारी के अलावा एसएसबी व नेपाल एपीएफ के जवान बड़ी संख्या में मौजूद थे।