निर्भया : पांच साल बाद भी नहीं मिला परिवार को न्याय
रुद्रपुर में निर्भया के दरिदों को शुक्रवार सुबह फांसी की सजा हो गई।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : निर्भया के दरिदों को शुक्रवार सुबह फांसी की सजा हो गई। लालपुर में महिला से दुष्कर्म के बाद बेरहमी से हत्या करने वालों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में पांच साल बीत गए हैं, लेकिन मृतका के परिजनों को आज भी न्याय का इंतजार है।
12 मार्च 2015 को ग्राम नारायणपुर कोठा निवासी महिला बाजार से खरीदारी करने गई थी। वहां से लौटते समय रात में गांव के समीप खेतों में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसका पता चलते ही परिजन और आसपास के लोग पहुंचे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हत्यारों की तलाश शुरू कर दी थी। यह मामला तब विधानसभा में उठा तो पुलिस ने ताबड़तोड़ 125 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। हत्या के एक माह बाद अप्रैल माह में पुलिस ने लालपुर निवासी एक जसविदर सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। लेकिन हवालात में पूछताछ के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में किच्छा कोतवाली में तत्कालीन सीओ समेत छह पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित कर केस दर्ज कर लिया गया था। पुलिस पर हुई कार्रवाई के बाद महिला की मौत का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हालांकि इस बीच कई बार राजनैतिक रोटियां सेकने वाले मृतका के परिजनों से मिले और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। पांच साल बीत गए हैं लेकिन आज भी मृतका के परिजनों को न्याय का इंतजार है।