डिग्रीधारकों का स्वैछिक बंद, दूसरों की चांदी
संवाद सहयोगी, बाजपुर : एक तरफ डिग्रीधारक निजी चिकित्सकों द्वारा स्वैछिक बंद के तहत अपने अस्
संवाद सहयोगी, बाजपुर : एक तरफ डिग्रीधारक निजी चिकित्सकों द्वारा स्वैछिक बंद के तहत अपने अस्पतालों में सेवाएं ठप कर रखी हैं, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों के झोलाछाप के साथ ही कुछ चिकित्सक इसका जमकर लाभ उठा रहे हैं। साथ ही कुछ लोग सीमावर्ती जनपदों में उत्तर प्रदेश के चिकित्सकों से इलाज लेने को मजबूर हैं। वहीं आइएमए द्वारा स्पष्ट किया गया है कि जो भी व्यक्ति स्वैच्छिक अभियान को कमजोर करने का प्रयास करेगा उसको आइएमए से निकाले जाने पर विचार किया जा सकता है।
इंडियान मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में प्रदेश के हजारों चिकित्सक प्रदेश सरकार द्वारा लागू एक्ट के विरोध में अपना व्यवसाय बंद किए हुए हैं। जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अधीक्षक डॉ. खेमपाल ¨सह आदि द्वारा मरीजों का परीक्षण खुद किया जा रहा है, लेकिन बढ़ती भीड़ के चलते पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इधर आइएमए के अध्यक्ष डॉ. हरीश लाम्बा ने बैठक कर कहा कि सभी के सहयोग से स्वैच्छिक बंद का आह्वान किया गया है, जिसमें उनकी जानकारी के अनुसार आइएमए से जुड़े चिकित्सकों के सभी संस्थान बंद हैं, यदि फिर भी किसी की शिकायत मिलती है तो उसके लिए प्रतिदिन होने वाली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इस मौके पर डॉ. शैलेंद्र गुप्ता, डॉ. आरके जैन, डॉ. हंसा ¨सह, डॉ. पीके शर्मा, डॉ. चेतन पांडेय, डॉ. एके बंसल, डॉ. वीरेंद्र चौधरी, डॉ. राजकुमार, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. विनोद सकलानी, डॉ. अकुंर अग्रवाल, डॉ. वीके तिलारा, डॉ. हरजीत ¨सह, डॉ. नवीन कोहली, डॉ. ऋषि त्यागी, डॉ. महेंद्र ¨सह आदि मौजूद थे।