बंद रहे निजी अस्पताल
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : संशोधित क्लीनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू करने की मांग पर आईएमए
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : संशोधित क्लीनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू करने की मांग पर आईएमए के आह्वान पर निजी अस्पताल शुक्रवार को बंद रहने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आईएमए ने जनता को होने वाली दिक्कतों के लिए शासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने काले कानून को जबरन लागू किए जाने पर आर पार की लड़ाई का ऐलान किया।
शुक्रवार को आईएमए के आह्वान पर निजी अस्पताल व नर्सिंग होम बंद कर रोष व्यक्त किया। आईएमए लगातार सीईए को लागू करने का विरोध कर रहा है। कहा 2016 से लगातार कानून को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन आईएमए इस काले कानून का पुरजोर विरोध का मन बन चुका है। कहा इस काले कानून से उपचार पांच से दस गुना महंगा हो जाएगा। इसके लिए सीएम से लेकर विधायकों से संपर्क किया गया, आश्वासन भी मिला, लेकिन वायदे के बाद भी अभी तक संशोधित एक्ट लागू नहीं किया गया है, जिसके चलते मजबूरन निजी अस्पताल संचालकों को अपने अस्पताल बंद करने को मजबूर होना पड़ रहा है। आइएमए सचिव मंदीप ¨सह ने बताया चरणबद्ध तरीके से रोगियों के हित को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने आयुष्मान योजना के लिए अस्पताल चुनने को वैकल्पिक रखने की मांग के साथ ही सीईए कानून की आड़ में उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर रोष व्यक्त किया। इस दौरान आइएमए के अध्यक्ष अजय अग्रवाल, वीपी जोशी, अमित मिश्रा, नीरज पंत, अनिल दीक्षित, अनुपमा रवि, राजीव सेतिया, जस¨वदर गिल, अशोक गुप्ता, विशाल रस्तोगी आदि मौजूद थे।