नंद के आनंद भयो..जय कन्हैया लाल की
बाजपुर में मध्य रात्रि भगवान श्रीकृष्ण के धरती पर अवतरण की तिथि जैसे ही पूर्ण हुई मंदिरों में शंख की ध्वनि के साथ ही घंटा घड़ियाल बजने लगे।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : मध्य रात्रि भगवान श्रीकृष्ण के धरती पर अवतरण की तिथि जैसे ही पूर्ण हुई मंदिरों में शंख की ध्वनि के साथ ही घंटा-घड़ियाल बजने लगे। इस दौरान हाथी-घोड़ा-पाल की जय कन्हैया लाल की.., नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की.. के उदघोष से वातावरण गूंज उठा। वहीं विभिन्न मंदिरों में प्रर्दिशत फूल-पंखड़ियों से सजाए गए झूलों में विराजमान लड्डू-गोपाल के श्रद्धालुओं ने दर्शन किए व मत्था टेक कर घर-परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की गई।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों को कई दिन पूर्व से ही सजाया जा रहा था। शॉपिग कांप्लेक्स के बराबर में स्थित ब्रह्मदेव-शनिदेव मंदिर, रामराज रोड स्थित तीन मंदिर, वार्ड-एक मोहल्ला बांकेनगर स्थित संकटमोचन श्रीबालाजी घाटा मंदिर, आलापुर स्थित नीलकंठ मंदिर, हल्द्वानी बस स्टैंड स्थित प्राचीन शिव मंदिर, चीनी मिल स्थित शिव मंदिर, कृषि उत्पादन मंडी समिति स्थित मां-दुर्गा, हनुमान साईं मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। हालांकि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस बार बड़े आयोजन व मेले इत्यादि तो नहीं लगे, लेकिन फिर भी श्रद्धालुओं ने विशेष रूप से सजाए गए मंदिरों में पूजा-अर्चना की तथा लड्डू-गोपाल के रूप में पालने में विराजमान नन्हें कान्हा के दर्शन कर उन्हें झूला झुलाया गया और मत्था टेक कर घर-परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की गई। वहीं मध्य रात्रि श्रीकृष्ण जन्म की घड़ी पूर्ण होते ही केक भी काटा गया। पर्व के चलते मंदिरों में श्रद्धालुओं की मौजूदगी से खासी चहल-पहल रही।