आए दिन टोल पर हंगामे ने किया नुकसान
जागरण संवाददाता किच्छा एनएच-74 और विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले मुआवजा घोट
जागरण संवाददाता, किच्छा : एनएच-74 और विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले मुआवजा घोटाले को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। उसके बाद टोल लगाने के लिए गलत जगह का चयन और उसके बाद आए दिन हंगामे ने कोढ़ में खाज का काम किया है।
टोल प्लाजा की प्रतिदिन की किश्त लगभग 15 लाख रुपये के करीब है। लेकिन टोल पर वसूली प्रतिदिन दस लाख के करीब ही हो पा रही है। जिसके चलते प्रतिदिन पांच लाख रूपये के नीचे पहले से ही कार्यदायी संस्था चल रही है। इसका मुख्य कारण हाईवे पर अधूरा काम है। जिला प्रशासन कार्यदायी संस्था को आज तक अधिग्रहण की गई पूरी भूमि उपलब्ध नहीं करवा पाया है। आज भी दोराहे से सितारगंज तक ऐसे लगभग सात सौ से अधिक स्ट्रक्चर हैं जिन पर कब्जा कार्यदायी संस्था को नहीं मिल पाया है। जिसके कारण जगह-जगह काम रुका पड़ा है। गदरपुर बाई पास का काम अधूरा होने के कारण हाईवे के औचित्य पर ही सवालियां निशान लग गया है। जिसके चलते एक तो काम पूरा न होने के कारण कार्यदायी संस्था को लगभग साठ प्रतिशत ही टोल वसूली मिल पा रही है। सड़क पूरी बन जाती तो वसूला जाने वाला टैक्स दौगुना हो जाता। फिलहाल हाईवे पर अधूरे काम के चलते कम टोल लेना पड़ रहा है। जिसके कारण प्रतिदिन पांच लाख रूपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में टोल पर वसूली बंद करने के निर्णय ने कोढ़ में खाज का ही काम किया है। 22 जून से 30 जून तक टौल वसूली बंद होने के कारण एक करोड़ रूपये का लगभग और नुकसान उठाना पड़ गया है।