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बसों के अभाव में यात्री रहे हलकान

जागरण संवाददाता काशीपुर काशीपुर रोडवेज को गुरुवार को मतदान होने की वजह से 2 लाख क

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 11:06 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 11:06 PM (IST)
बसों के अभाव में यात्री रहे हलकान
बसों के अभाव में यात्री रहे हलकान

जागरण संवाददाता, काशीपुर: काशीपुर रोडवेज को गुरुवार को मतदान होने की वजह से 2 लाख का घाटा हुआ। रोज की अपेक्षा सवारियां कम निकलीं, लेकिन विभिन्न रूटों पर बसें न होने के चलते यात्रियों का हलकान होना पड़ा। सभी बसें निर्धारित रूट पर रोज की तरह नहीं चल पाईं। हालात यह थे कि रोज यात्री बसों का इंतजार करते थे, जबकि चुनाव होने से बसें यात्रियों का इंतजार करती रहीं, लेकिन यात्रियों की संख्या नहीं बढ़ी। भोर में व रात में यात्रियों की संख्या में थोड़ा इजाफा हुआ, फिर भी रोज के बराबर नहीं हो सकी। जिन। जिन लोगों को जरूरी काम था, उन्हीं यात्रियों ने बस सेवा ली। काशीपुर रोडवेज के पास कुल 37 बसें विभिन्न रूटों के लिए हैं। पहले से ही 10 बसें तो चुनावी ड्यूटी में लगी हुई थीं। जिसमें 7 दिल्ली रूट की, 2 आगरा रूट की व 1 टनकपुर रूट की थी। बावजूद इसके जो 27 बची हुईं थी। वह अपना पूरा रूट तय नहीं कर सकीं। बीच में ही सवारियों की कमी के चलते रुक गईं। इस वजह से न ही वह कैंसिल हुई और न ही पूरा रूट कवर कर सकीं। मतदान के सन्नाटे का असर डिपो की बसों व यात्री संख्या पर काफी पड़ा। यूं तो हर दिन की आय अलग-अलग होती है। लेकिन मतदान का दिन होने से डिपो को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। वर्जन..

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आम दिनों में तो रोडवेज खचाखच भरा रहता है व यात्री अपने रूट की बसों का इंतजार करते रहते हैं। लेकिन मतदान की वजह से यात्रियों की संख्या में काफी कमी हो गई। एक अनुमान के मुताबिक रोडवेज को लगभग 2 लाख का घाटा हुआ है। हम क्या करते जब सवारियां निकलीं ही नहीं। कई रूट पर बसों का संचालन तो हुआ पर जहां तक उन्हें जाना था, वहां तक की सवारियां न मिलने से बसें खड़ी रहीं।

-अनिल सैनी, एआरएम, काशीपुर रोडवेज

यात्रियों को खासी दिक्कत का करना पड़ा सामना

रुद्रपुर : चुनाव के कारण गुरुवार को अवकाश के चलते रोडवेज की आय आधे से अधिक गिर गई। वहीं चुनाव में गईं 20 बसें शनिवार तक आने की उम्मीद है। बसों के कम होने के चलते विभिन्न रूटों पर यात्रियों को बसों के अभाव में दिक्कत का सामना करना पड़ा।

गुरुवार को मतदान के चलते रोडवेज की आय गिरकर पांच लाख 75 हजार हो गई। हालांकि इसमें अधिकांश बुधवार यानी 10 अप्रैल को लंबी दूरी की बसों की भी आय दर्ज है। सही तस्वीर शनिवार को ही आ पाएगी। सहायक महाप्रबंधक महेंद्र कुमार ने बताया कि प्रतिदिन की आय लगभग नौ लाख रुपये रहती। मतदान के दिन के आय का सही आकलन शनिवार को ही हो पाएंगा। जो बसें चुनाव ड्यूटी में लगाईं गई हैं उसका भुगतान भी शासन ने जल्द करने का आश्वासन दिया है। कहा कि सोमवार से बसों का बिल बनावाने का कार्य शुरू किया जाएगा, तभी शासन से कितना भुगतान लेना है, इसका पता लग पाएगा। -- इनसेट --तीन माह से फिर नहीं मिला वेतन

रुद्रपुर : रोडवेज कर्मचारियों का तीन माह से वेतन का भुगतान फिर नहीं किया गया है जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना कराना पड़ रहा है। सरकार रोडवेज की अनदेखी करने के साथ ही कर्मचारियों के वेतन का भुगतान आदि मुद्दे जनवरी माह में प्रदेश व्यापी आंदोलन में प्रमुख मुद्दे बने थे, जिसे सरकार ने दुरूस्त करने का आश्वासन दिया था। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय संयुक्त सचीव दयाशंकर सैनी का कहना है कि चुनाव आचार संहिता की वजह से हाथ बंधे हैं। सभी कर्मचारी वेतन न मिलने से आक्रोशित हैं और बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बना रहे हैं। अगर परिवहन निगम और राज्य सरकार रोडवेज की बदहाली दूर करने के लिए जल्द ही कोई कदम नहीं उठाती है तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।


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