सात करोड़ से काशीपुर स्टेडियम का होगा कायाकल्प
काशीपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम में सात करोड़ रुपये का भवन बनेगा।
बृजेश पांडेय रुद्रपुर
काशीपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम में सात करोड़ रुपये का भवन बनेगा। इसमें खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल भी होगा। करीब 40 साल पहले स्टेडियम में हॉस्टल था, मगर राज्य बनने के बाद यहां से हॉस्टल हल्द्वानी शिफ्ट कर कर दिया गया। बाद में हल्द्वानी से हॉस्टल को लखनऊ मे शिफ्ट कर दिया गया। काशीपुर में हॉस्टल की सुविधा होने से खिलाड़ी बेहतर अभ्यास कर सकेंगे और प्रशिक्षण भी मिल सकेगा। काशीपुर स्पोर्टस स्टेडियम निर्माण होने के 12 साल बाद वर्ष 1984 में छात्रावास की सुविधा शुरू हुई। राज्य की स्थापना के बाद इसे हल्द्वानी शिफ्ट कर दिया और फिर वहां से लखनऊ कर दिया गया था। राज्य बनने के बाद जिले में वर्ष 2015 में पहला रुद्रपुर स्पोर्ट्स हॉस्टल बनाया गया, यहां 25 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। अब काशीपुर में भी छात्रावास होगा। इसमें 20 खिलाड़ियों के लिए व्यवस्था होगी।
काशीपुर व आस-पास के क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग ने राहत दी है। लंबे समय से मांग के बाद भवन के लिए मंजूरी मिल ही गई। बता दें कि काशीपुर स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण 1972 में साढ़े 16 एकड़ में बनाया गया था। पुराने भवन में इसमें कार्यालय, स्टोर रूम, हॉल, चेंजिग रूम बनाए गए थे। 50 साल होने को है भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। वर्तमान में यहां वालीबॉल, क्रिकेट, बॉक्सिग, फुटबॉल, बैडमिटन, ताइक्वांडो, हॉकी सहित करीब एक दर्जन खेलों के करीब 300 खिलाड़ी पंजीकृत हैं। खिलाड़ियों की सुरक्षा और व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कुछ माह पहले जिला क्रीड़ा अधिकारी रसिका सिद्दीकी ने नए भवन के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिसमें स्टेडियम की दुर्दशा के बारे में फोटो सहित उल्लेख किया गया था। इसके बाद खेल निदेशालय ने भवन निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। डीएसओ सिद्दीकी ने बताया कि करीब सात करोड़ रुपये से दो मंजिला भवन का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था पेयजल निगम को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
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ये निर्माण कार्य होंगे
कार्यालय, चेंजिग रूम बालक एवं बालिका के लिए, स्टोर रूम, दो कमरे खिलाड़ियों के ठहरने के लिए, एक अतिरिक्त कक्ष, छात्रावास, शौचालय, हॉल व पार्किंग बनाई जाएगी।
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काशीपुर स्टेडियम का भवन 1972 में निर्माण कराया गया था। भवन जर्जर हो चुका है। इसलिए नए भवन के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। शासन से स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए अब डीपीआर बनाया जाएगा। बजट प्राप्त होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- रसिका सिद्दीकी, जिला क्रीड़ा अधिकरी, ऊधमसिंह नगर