काशीपुर रेलवे स्टेशन को कोविड कोच का इंतजार
काशीपुर को कोविड स्टेशन बनाने की घोषणा किए तकरीबन एक माह को गया मगर यहां कोविड कोच नहीं पहुंचे।
अभय पांडेय, काशीपुर : काशीपुर को कोविड स्टेशन बनाने की घोषणा किए तकरीबन एक माह का समय बीतने को है लेकिन अभी तक यहां कोविड कोच नहीं पहुंचे हैं। कोरोना से जंग के मद्देनजर रेलवे ने एसी व साधारण कोचों को कोविड केयर सेंटर में बदल कर 215 स्टेशनों को कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला लिया था।
सात मई को हुई इस घोषणा में उत्तराखंड से काशीपुर और हरिद्वार स्टेशन भी शामिल रहे। रेलवे के पीआरओ राजेन्द्र ¨सह ने बताया कि पहली सूची में इस रीजन से बरेली, फर्रुखाबाद व कासगंज स्टेशन शामिल हैं। वहां कोविड कोच भेज दिए हैं। अभी तक काशीपुर का नाम लिस्ट में नहीं आया है। सूची में नाम आते ही कोच उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
एलडी भट्ट अस्पताल में ही किया जा रहा आइसोलेट काशीपुर में आइसोलेशन वार्ड एलडी भट्ट अस्पताल के 31 बेड के भरोसे चल रहा है। बेड बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है। क्वारंटाइन सेंटर भी लगभग फुल चल रहा है, पेड क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए होटल में भी कमरे फुल हैं। दूसरी ओर, बिजनौर व मुरादाबाद से रोजाना सैकड़ों प्रवासी घर लौट रहे हैं। ऐसे में कोविड कोच का इंतजार किया जा रहा है।
कोविड कोच की खासियत कोविड कोच के लिए प्रत्येक रेक में कुल 12 कोच लगाए गए हैं। कोच की स्टैंडर्ड संरचना में 10 कोच-कोविड केयर सेन्टर, एक सेकेंड एसी कोच एवं एक एसएलआर लगाया गया है। एक कोच में मरीजों के लिए आठ केबिन बनाए गए हैं। पारदर्शी प्लास्टिक परदों से युक्त, प्रत्येक कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में पहला केबिन चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए है। जिसमें मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सुविधा, दवाएं, उपकरण आदि उपलब्ध रहेंगे। बाकी आठ केबिन रोगियों के लिए तैयार किए गए हैैं।
आइसोलेशन वार्ड में भारतीय शैली के शौचालय को बाथरूम में परिवर्तित किया गया है। मच्छरदानी के साथ ही वेंटिलेशन की व्यवस्था भी रहेगी। प्रत्येक केबिन में सूखा कूड़ा, गीला कूड़ा एवं खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ के निस्तारण को फुट पैडल आपरेटेड ढक्कनदार तीन अलग-अलग डस्टबिन (लाल, नीला, पीला) रहेंगे।
काशीपुर में फिलहाल संसाधनों की कोई कमी नहीं है। कोविड से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार के पास पर्याप्त इंतजाम हैं, इसलिए अभी कोविड कोच की जरूरत यहां नहीं हैं।
-बंशीधर तिवारी, अपर निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन