युवक की मौत पर हाईवे किया जाम
बेकाबू डंपर ने गुरुवार बाइक सवार युवक को मानपुर रोड पर कुचल दिया। लोगों ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ गुस्सा जताया। हाईवे जाम कर आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की। आश्वासन पर माने।
संवाद सहयोगी,काशीपुर : बेकाबू डंपर ने गुरुवार बाइक सवार युवक को मानपुर रोड पर कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर समय से नहीं पहुंचने का आरोप लगाते हुए शव हाईवे पर स्टेडियम के पास रखकर जाम लगा दिया। आननफानन में एएसपी मौके पर पर पहुंचे। शव हटाने को लेकर ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों में नोकझोंक भी हुई। धक्का-मुक्की के बीच पुलिस कर्मी शव को जबरन स्ट्रेचर पर लेकर पैदल पोस्टमार्टम हाउस तक ले गए। वहां आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आश्वासन पर लोग शांत हुए।
तिवारी कालोनी, मानपुर निवासी संदीप (22 ) पुत्र हरस्वरूप गुरुवार सुबह 6 बजे महुआखेडागंज स्थित फैक्ट्री में ड्यूटी के लिए बाइक लेकर निकला। जैसे ही स्टेडियम और मानपुर रोड को जोड़ने वाली सड़क पर पहुंचा, बाइस टायरा डंपर ने पीछे से कुचल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बताया कि हादसे के बाद डंपर चालक भाग गया।कुछ लोगों ने डंपर का पीछा कर उसे धनोरी के पास धर दबोचा। हालांकि चालक चमका देकर भाग गया।
पुलिस की कार्यशैली पर भड़के
संदीप का शव करीब एक घंटे तक घटनास्थल पर पड़ा रहा। परिजनों का आरोप है कि दुघर्टना की सूचना देने संदीप के दोस्त कोतवाली गए तो पुलिस ने उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया। शव को राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौत की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। ग्रामीण डंपर मालिक को मौके पर बुलाए जाने की मांग पर अडे़ हुए थे। घंटे भर लगे जाम की वजह से रामनगर रोड वाहनों की कतार लग गयी। सुबह का समय होने की वजह से स्कूलों की बसें इस जाम में फंस गई। कोतवाल चन्द्रमोहन सिंह, एसओ आइटीआइ कुलदीप सिंह अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित लोगों में पुलिस को लेकर गुस्सा था। बाद में एएसपी डॉ. जगदीश चन्द्र भी जाम स्थल पर आए और जाम खुलवाने के लिए लोगों को समझाया, लेकिन मृतक के दोस्त उनसे भी उलझ गए। भीड़ धीरे-धीरे उग्र होती जा रही थी। शाम कोतवाली पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर डंपर के चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मां बोली- मुझे इंसाफ चाहिए
बेटे की मौत से बदहवास मां शव से लिपटकर रो रही थी। कहा कि मुझे इंसाफ चाहिए। मेरे बेटे को मारने वाले को सख्त से सख्त सजा दी जाए। डंपर चालक व मालिक को यहां लाया जाए। ऐसा कहते कहते वह फिर बेसुध हो गई। ग्रामीण महिलाओं ने उसे समझाबुझाकर शांत किया। एएसपी ने पढ़ाया पाठ
स्टेडियम तिराहे पर जैसे ही एएसपी डॉ. जगदीश चंद्र पहुंचे तो मृतक के कुछ दोस्तों ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने कोतवाली पुलिस द्वारा उनकी शिकायत को अनसुना करने की शिकायत करते हुए पुलिस को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। एएसपी ने युवकों को पाठ पढ़ाते हुए बताया कि यह सिर्फ पुलिस का काम नहीं है मानवता के नाते आसपास के लोग भी उसे अस्पताल ले जा सकते थे। यह कॉमनसेंस की बात है। मुकदर्शक बने देखते रहे लोग
हादसे के बाद संदीप करीब एक घंटे तक घटनास्थल पर पड़ा रहा लेकिन आसपास का किसी भी व्यक्ति ने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी। मृतक के परिजनों का कहना था अगर समय रहते संदीप अस्पताल पहुंच जाता तो शायद उसकी जान बच जाती।