देश में हरित क्रांति के जनकने पूरे किए 58 वर्ष
खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने वाले एवं देश में हरित क्रांति के जनक जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि ने 58 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं।
संवाद सहयोगी, पंतनगर : खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने वाले एवं देश में हरित क्रांति के जनक जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना के 58 वर्ष पूर्ण हो गए हैं। शनिवार (आज) को विभिन्न कार्यक्रमों के साथ इसका स्थापना समारोह आयोजित किया जाएगा।
मालूम हो कि लगभग छह दशक पूर्व 17 नवंबर 1960 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पंत विवि का उद्घाटन किया गया था। अपनी स्थापना के कुछ वषरें में ही देश में हरित क्रांति लाने में इस विवि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसके परिणामस्वरूप आज भारत खाद्यान्न में आत्म निर्भर होने के साथ ही निर्यातक देश भी है। पंत विवि के बीजों की पूरे देश में ख्याति है। विवि को आइसीएआर से दो बार देश के सर्वोत्तम विश्वविद्यालय तथा उत्तराखंड के राज्यपाल द्वारा पिछले तीन वषरें से लगातार प्रदेश के सर्वोत्तम विवि के अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
प्रात: 6.30 बजे रन फॉर द यूनिवर्सिटी से इस दिन की शुरुआत होगी, जिसमें विवि के विद्यार्थी, वैज्ञानिक, अधिकारी व कर्मचारी भाग लेंगे। गाधी हॉल में भारतीय कृषि व पर्वतीय खेती विषयों पर देश के जाने-माने कृषि पत्रकार देवेंद्र शर्मा तथा विवि के कुलपति डॉ. तेज प्रताप व्याख्यान देंगे। इस अवसर पर विविध उपलब्धियों के लिए विद्यार्थियों को अवार्ड भी प्रदान किए जाएंगे। शाम को गाधी हॉल में ही सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिनमें विवि के विभिन्न महाविद्यालयों के विद्यार्थी गीत, संगीत, नृत्य, ड्रामा आदि की प्रस्तुति देंगे। -बाक्स में
प्रेस से मुखातिब होंगे कुलपति
अपराह्न तीन बजे प्रेस वार्ता का आयोजन भी है, जिसमें कुलपति डॉ. तेज प्रताप एवं पत्रकार देवेंद्र शर्मा मीडिया प्रतिनिधियों से मुखातिब होकर देश की कृषि एवं किसानों की दशा व दिशा पर चर्चा करेंगे।