कृषि नीतियों व संधियों की विवेचना जरूरी: शर्मा
ख्याति प्राप्त कृषि विश्लेषक देवेंद्र शर्मा ने कहा कि वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय नीतियों पर गंभीर विवेचना करनी चाहिए।
संवाद सहयोगी, पंतनगर : ख्याति प्राप्त कृषि विश्लेषक देवेंद्र शर्मा ने कहा कि वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय स्तर पर बनने वाली कृषि नीतियों एवं विभिन्न देशों के बीच कृषि संबंधी अंतरराष्ट्रीय संधियों की गंभीर विवेचना करनी चाहिए। ताकि कृषि अथवा किसानों पर होने वाले बुरे प्रभावों को रोकने का प्रयत्न हो सके। वह रविवार को जीबी पंत विवि स्थापना दिवस के अंतर्गत कुलपति सभाकक्ष में देर सायं तक चली प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
विभिन्न प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने आर्थिक संरचना के साथ राजनीतिक आर्थिकी को भी समझजने पर जोर दिया। शर्मा ने कहा कि अमेरिका की तरह भारत में भी किसानों को डायरेक्ट इनकम सपोर्ट दिया जाना चाहिए। ताकि किसान की आय कम से कम 18,000 रुपये प्रतिमाह हो सके।
कुलपति डॉ. तेज प्रताप ने वैज्ञानिकों से 21वीं शताब्दी में जीव विज्ञान एवं विशेषकर जीन व सूक्ष्मजीवों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को ऐसे शोध से परहेज करना चाहिए, जिससे किसानों की वर्तमान आय के स्त्रोतों पर बुरा प्रभाव पड़े। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों की समस्या का कोई तकनीकी समाधान नहीं है, इसके लिए दूसरे उपाय सोचने होंगे। उन्होंने वैज्ञानिकों व नीति-निर्माताओं को पीएल-480 की मानसिकता से बाहर आने को कहा, ताकि भारतीय परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में सही निर्णय लिए जा सकें।