गंगा स्नान पर्व पर बाजपुर में गोबरा घाट पर कौशिकी में स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु
बाजपुर में गंगा स्नान पर्व पर कोसी कांटा स्थित कोसी नदी के गोबरा घाट श्रद्धालुओं की भीड़ रही। लोगों ने विधिविधान से की पूजा-अर्चना।
जागरण टीम, बाजपुर/ सुल्तानपुर पट्टी : गंगा स्नान पर्व पर कोसी कांटा स्थित कोसी नदी के गोबरा घाट में सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ रही। कौशिकी की पवित्र जलधारा में स्नान कर घर-परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की गई।
कोरोना के चलते इस बार घाट पर मेला नहीं लगा। बताया जाता है कि ग्राम दौलपुरी निवासी जनजाति समाज के दौलत सिंह ने वर्ष 1922 में यहां मेला लगवाने की शुरुआत की। तब से प्रतिवर्ष मेला लगता आ रहा था। परिवार के बुजुर्ग जनजाति समाज के करीब 40 युवाओं के सहयोग से मेला आयोजन का जिम्मा संभालते थे। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस भी तैनात रहती है। इस समाज की मान्यता के अनुसार गंगा स्नान पर्व वाले दिन से ही भोजन में खिचड़ी का बनना प्रारंभ होता है और होली पर्व तक ही इस भोजन को बनाया जाता है। कोसी नदी में आस्था की डुबकी
सुल्तानपुर पट्टी में गंगा स्नान पर्व पर सोमवार को नगर की कोसी नदी घाट पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। साथ ही मंदिर व नदी में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। इधर, कोरोना वायरस के चलते मेला व भंडारा नहीं लगा।
सोमवार को पट्टीकला मुकुंदपुर की कोसी नदी पुल के घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। नगर समेत उत्तर प्रदेश से भी लोग गंगा स्नान को पहुंचे। परिजनों की सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। मंदिर में उड़द की दाल और चावल की खिचड़ी का प्रसाद चढ़ाया। शिव मंदिर के पुरोहित पं. रामअवतार गिरी व शिव मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विनोद सैनी ने बताया कि मेले पर इस बार शासन की रोक के चलते मेला नहीं लगा। इधर, स्वार थाना कोतवाल रूम सिंह बघेल ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात रहा। इस मौके पर शिव मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सैनी, दिनेश सैनी, मिश्री लाल सैनी, योगराज, बंटी, रामपाल, प्रेम सिंह, गब्बर जुगल किशोर आदि मौजूद थे।